उदयपुर में हुई हत्या सिर्फ एक हत्या मात्र नहीं है बल्कि ये आईएसआईएस स्टाइल धार्मिक कार्रवाई और आतंक का क्रूर कृत्य है. अब जब दोषियों को सजा दी जाएगी तो इस बीच जरूरी है कि मुस्लिम समुदाय के नेताओं को ‘ईशनिंदा’ के मुद्दे को बर्बरता में बदलने नहीं देना चाहिए.