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Friday, 22 November, 2024
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यशवंत सिन्हा ने राष्ट्रपति चुनाव को बताया बड़ी लड़ाई, कहा- समर्थन के लिए BJP के पुराने साथियों से संपर्क करूंगा

सिन्हा ने कहा, 'मैं उन सभी विपक्षी दलों का शुक्रगुजार हूं जिन्होंने एक साथ आकर मुझे अपना उम्मीदवार चुना. कहा जा रहा है कि मैं चौथी पसंद हूं लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि अगर मैं 10वें नंबर पर होता तो भी स्वीकार कर लेता क्योंकि यह है एक बड़ी लड़ाई है.

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नई दिल्ली: विपक्षी राष्ट्रपति चुनाव के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने सोमवार को पार्टियों को चुनाव के लिए अपने उम्मीदवार के रूप में चुनने के लिए धन्यवाद दिया, जिसे उन्होंने एक बड़ी लड़ाई बताया.

उन्होंने कहा, ‘मैं उन सभी विपक्षी दलों का शुक्रगुजार हूं जिन्होंने एक साथ आकर मुझे अपना उम्मीदवार चुना. कहा जा रहा है कि मैं चौथी पसंद हूं लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि अगर मैं 10वें नंबर पर होता तो भी स्वीकार कर लेता क्योंकि यह है एक बड़ी लड़ाई’, सिन्हा ने संवाददाताओं से कहा.

इस बीच, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा, ‘सभी विपक्षी दलों ने एकजुट होकर यशवंत सिन्हा का समर्थन किया. बेशक, हम व्यक्ति का समर्थन करते हैं लेकिन असली लड़ाई दो विचारधाराओं के बीच है. आरएसएस की क्रोध और घृणा की विचारधारा एक तरफ है, जबकि करुणा की विचारधारा एक तरफ है. दूसरी तरफ अन्य दल (विपक्ष) हैं.’

राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष के साझा उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने सोमवार को कहा कि वह समर्थन के लिए भाजपा में अपने पुराने सहयोगियों से संपर्क करेंगे.

उन्होंने यहां संवाददाताओं से बातचीत में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को ‘प्रतीकात्मक राजनीति’ का हिस्सा करार दिया और कहा कि वह पिछड़े समुदायों के कल्याण के संदर्भ में मोदी सरकार के ट्रैक रिकॉर्ड पर चुनाव लड़ेंगे.

सिन्हा ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अंतर्गत भाजपा में आंतरिक लोकतंत्र का अभाव है.

उन्होंने कहा, ‘‘मैं जिस भाजपा का हिस्सा था उसमें आंतरिक लोकतंत्र था, मौजूदा भाजपा में आंतरिक लोकतंत्र का अभाव है.’’

अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में विदेश और वित्त मंत्री रहे सिन्हा ने कहा कि उन्होंने समर्थन के लिए प्रधानमंत्री मोदी और रक्षा मंत्री से संपर्क किया था.

उन्होंने अनुसूचित जाति और जनजाति के कल्याण के संदर्भ में मोदी सरकार के ट्रैक रिकॉर्ड को लेकर सवाल किया.

सिन्हा ने कहा, ‘‘मौजूदा राष्ट्रपति एक विशेष समुदाय से आते हैं. क्या इसका मतलब यह है कि उस समुदाय को इसका फायदा हुआ है?’’

उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव दो विचारधाराओं के बीच चुनाव है.

यशवंत सिन्हा ने सोमवार को राहुल गांधी और शरद पवार समेत कई प्रमुख विपक्षी नेताओं की मौजूदगी में नामांकन दाखिल किया.

राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने पिछले सप्ताह शुक्रवार को नामांकन दाखिल किया था. राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव 18 जुलाई को होना है. मतगणना 21 जुलाई को होगी.

वर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है.

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