नई दिल्लीः गुरुवार को ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी की मीटिंग के बाद वरिष्ठ कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड्गे ने दिल्ली पुलिस द्वारा कांग्रेस पार्टी दफ्तर पर नेताओं पर हमले को लेकर केंद्र पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि नेताओं को गैर-कानूनी तरीके से नजरबंद किया गया था. कोई मामला दर्ज नहीं किया गया. हमारे नेताओं को अस्पताल जाना पड़ा. उनमें कुछ की हड्डियां टूट गईं. हम राज्यसभा के सभापति से इस मामले में बात करने आए हैं. हमारी सुरक्षा करना उनकी ड्यूटी है.
वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने कहा कि उन्होंने राज्यसभा के सभापति एम वैंकेया नायडू से मुलाकात की और जिस तरह से पुलिस ने हमसे व्यवहार किया उसकी लिखित में शिकायत की है.
चिदंबरम ने कहा, ‘हमने अभी राज्यसभा के सभापति से मुलाकात की और लिखित में शिकायत दर्ज कराई. उन्होंने दोनों सदनों के सांसदों के साथ दुर्व्यवहार किया और उन्हें हरियाणा बॉर्डर तक की दूरी तक ले जाया गया.’
उन्होंने कहा, ‘पुलिस ने सांसदों को 8-12 घंटों के पूर्व लिखित आदेश के बिना सांसदों को नज़रबंद करके रखा. पुलिस ने उन्हें भोजन-पानी भी नहीं दिया और जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्हें गिरफ्तार किया गया है तो पुलिस ने कोई उत्तर नहीं दिया….जो कि स्वतंत्रता का सीधा-सीधा हनन है…हर तरह के मूलभूत अधिकारों का उल्लंघन किया गया है.’
बता दें कि बुधवार को ईडी राहुल गांधी से घंटों पूछताछ कर रही थी तो कांग्रेस के सांसदों ने विरोध प्रदर्शन किया था. इसके बाद दिल्ली पुलिस ने सांसदों को नजरबंद कर लिया था.
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