नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में पांच साल की बच्ची के नमूने मंकीपॉक्स के टेस्ट के लिए भेजे जाने के बाद सरकारी स्वास्थ्य सूत्रों ने कहा है कि देश में अब तक इस बीमारी का कोई मामला सामने नहीं आया है.
सूत्रों ने कहा,’गाजियाबाद में एक संदिग्ध मंकीपॉक्स मामले का नमूना परीक्षण के लिए भेजा गया है लेकिन यह अनावश्यक रूप से दहशत फैलाने वाला है. भारत में अब तक मंकीपॉक्स का कोई मामला सामने नहीं आया है.’
जानकारी के लिए बता दें कि गाजियाबाद में स्वास्थ्य विभाग ने बच्ची के शरीर पर खुजली और चकत्ते की शिकायत के बाद उसके नमूने को मंकीपॉक्स टेस्ट के लिए भेजा था.
गाजियाबाद के चीफ मेडिकल ऑफिसर ने कहा कि टेस्ट सिर्फ एक ‘एहतियाती उपाय’ था क्योंकि लड़की को कोई अन्य स्वास्थ्य समस्या नहीं है और पिछले महीने विदेश यात्रा करने वाले किसी भी व्यक्ति के साथ उसका निकट संपर्क नहीं था.
‘गाजियाबाद के सीएमओ ने कहा ‘एहतियाती तौर पर पांच साल की बच्ची के नमूने को मंकीपॉक्स के परीक्षण के लिए जमा किया गया है, क्योंकि उसके शरीर पर खुजली और चकत्ते की शिकायत थी. उसे कोई अन्य स्वास्थ्य समस्या नहीं है. न ही बच्ची और न ही उसके किसी करीबी ने पिछले एक महीने में कोई विदेशी यात्रा की है.’
गौरतलब है कि मंगलवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने गैर-स्थानिक देशों में मंकीपॉक्स के बढ़ते मामलों के मद्देनजर देश भर में तैयारी सुनिश्चित करने के लिए दिशानिर्देश जारी किए थे.
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