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Wednesday, 18 December, 2024
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राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी से देश में रिफॉर्म नहीं हो रहा था, 2014 के बाद लगातार जारी है: PM Modi

इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस (आईबीएस) के 20 साल पूरा होने पर पीएम मोदी हैदराबाद में छात्रों को संबोधित करने पहुंचे थे.

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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बृहस्पतिवार को हैदराबाद में भारतीय स्कूल ऑफ बिजनेस (आईएसबी) के 20 साल पूरा होने पर समारोह में शामिल होने पहुंचे थे. उन्होंने इस दौरान जहां यूपीए सरकार की आलोचना की, वहीं अपनी सरकार के 8 साल के कार्यकाल की जमकर तारीफ की.

पीएम मोदी ने कहा कि, ‘2001 में अटल जी ने इसे देश को समर्पित किया था. तब से लेकर आज तक लगभग 50 हज़ार एक्ज़िक्यूटिव यहां से ट्रेंड होकर निकले हैं. आज ISB एशिया के टॉप बिजनेस स्कूलों में से एक है.

भारत की तरक्की का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि, ‘आज भारत जी20 देशों के समूह में सबसे तेज विकसित होने वाली अर्थव्यवस्था है. स्मार्टफोन डाटा कंज्यूमर के मामले में भारत पहले नंबर पर है. इंटरनेट यूजर्स की संख्या को देखें तो भारत दुनिया में दूसरे नंबर पर है. ग्लोबल रिटेल इंडेक्स में भी भारत दुनिया में दूसरे नंबर में है.’

पीएम ने कहा कि, ‘हमारे देश में रिफॉर्म की जरूरत हमेशा महसूस की जाती थी, लेकिन राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी रहती थी पिछले 3 दशकों में लगातार बनी रही राजनीतिक अस्थिरता के कारण देश ने राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी देखी. 2014 के बाद से देश राजनीतिक इच्छाशक्ति को भी देख रहा है और लगातार रिफॉर्म भी रहे हैं.’

उन्होंने कहा कि दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम भारत में है. दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा कंज्यूमर भारत में है.

भारत आज ग्रोथ के एक बड़े केंद्र के रूप में उभर रहा है. पिछले साल भारत में अब तक का सबसे ज्यादा, रिकॉर्ड FDI आया. आज दुनिया ये महसूस कर रही है कि भारत का मतलब बिजनेस.

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज हमारे युवा ये साबित कर रहे हैं कि वो दुनिया को लीड कर सकते हैं. इसलिए आज दुनिया भारत को, भारत के युवाओं को और भारत के उत्पाद को एक नए सम्मान और नए भरोसे के साथ देख रही है.

हम अक्सर इंडियन सॉल्यूशंस को ग्लोबली इम्पलीमेंट होते हुए देखते हैं. इसलिए मैं आज इस महत्वपूर्ण दिन पर आपसे कहूंगा कि आप अपने व्यक्तिगत लक्ष्यों को, देश के लक्ष्यों के साथ जोड़िए.

मेडिकल एजुकेशन में भी हमने कई रिफॉर्म किए हैं. इसी का परिणाम है कि बीते 8 वर्षों में मेडिकल कॉलेजों की संख्या 380 से बढ़कर 600 से भी अधिक हो गई है. देश में मेडिकल की ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट की सीटें 90 हजार से बढ़कर 1.5 लाख से ऊपर हो चुकी हैं.

उन्होंने कहा कि पिछले 8 सालों में जो सबसे बड़ी प्रेरणा बनी है, वो है जन भागीदारी. देश की जनता खुद आगे बढ़कर रिफॉर्म को गति दे रही है. हमने स्वच्छ भारत अभियान में इसे देखा है. अब वोकल फॉर लोकल और आत्मनिर्भर भारत अभियान में भी हम जन भागीदारी की ताकत को देख रहे हैं.

आखिर क्या कारण है कि 2014 के बाद हमें खेल के हर मैदान में अभूतपूर्व प्रदर्शन देखने को मिल रहा है? इसका सबसे बड़ा कारण है, हमारे एथलीट्स का आत्मविश्वास. आत्मविश्वास तब आता है, जब सही टैलेंट की खोज होती है. जब टैलेंट की handholding होती है.

मोदी ने कहा कि आज जब देश आर्थिक विकास के नए अध्याय को लिख रहा है तो हमें एक और बात ध्यान रखनी होगी. हमें छोटे व्यापारियों का भी उतना ही ध्यान रखना होगा. हमें उन्हें ज्यादा बड़े प्लेटफॉर्म देने होंगे. आगे बढ़ने के लिए ज्यादा मौके देने होंगे. उन्हें ज्यादा से ज्यादा तकनीक से जोड़ना होगा.

देश के लिए कुछ करने का, कुछ कर गुजरने का आपका जज्बा, देश को नई ऊंचाई पर ले जाएगा. मुझे ISB पर, यहां के विद्यार्थियों पर, आप सभी नौजवानों पर बहुत भरोसा और विश्वास है.

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