ज्ञानवापी मस्जिद में मुद्दा यह नहीं है कि प्राचीन विश्वेश्वर लिंग, जिसे औरंगजेब की सेनाओं ने छिपाया था, को फिर से खोजा गया है. मुद्दा यह है कि क्या भारत नई नफरत पैदा किए बिना ऐतिहासिक ‘चोट’ को संबोधित कर सकता है. इस्लामी शासकों ने हिंदुओं पर हिंसा की लेकिन सदियों बाद उनकी धार्मिक जगहों को निशाना बनाकर इसे पूर्ववत नहीं किया जा सकता है.
एलआईसी आईपीओ लिस्टिंग साइज दिखाती है, प्रचार मायने नहीं रखता लेकिन निवेशकों को चिंता नहीं करनी चाहिए
साइज कोई मायने नहीं रखता और शेयर बाजार प्रचार या भावना के लिए नहीं गिरते – यह एलआईसी के आईपीओ की विनाशकारी शुरुआत का संदेश है. यह मोदी सरकार के विनिवेश कार्यक्रम के लिए अच्छी खबर नहीं है, जो पहले से ही अन्य सार्वजनिक उपक्रमों के साथ ठोकर खा रही है. लेकिन एलआईसी के निवेशकों को चिंता करने की जरूरत नहीं है. बाजार परफॉर्मेंस का सम्मान करते हैं. अगर एलआईसी अच्छा प्रदर्शन करती है तो उन्हें पुरस्कृत किया जाएगा.