नई दिल्ली: बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) ने रविवार को 67वीं संयुक्त (प्रारंभिक) प्रतियोगी परीक्षा के प्रश्नपत्र के कथित रूप से लीक होने की जांच के आदेश दिए हैं. इन आरोपों के बाद आयोग ने परीक्षा रद्द कर दी है. रविवार को राज्य भर में 1,083 केंद्रों पर परीक्षा आयोजित की जा रही थी.
खबरों के मुताबिक परीक्षा शुरू होने से पहले ही मैसेजिंग सेवाओं व्हाट्सएप और टेलीग्राम से प्रश्न पत्र भेजे जाने की खबरों के बाद जांच का आदेश दिए गए हैं.
जानकारी के मुताबिक वायरल हो रहे प्रश्नपत्र परीक्षा में दिए गए वास्तविक प्रश्न पत्र से मेल खाते हुए पाए गए हैं.
रविवार के पहले चरण की परीक्षा के लिए छह लाख से ज्यादा उम्मीदवारों ने आवेदन किया था जो बिहार की सिविल सेवाओं में 802 पदों के लिए उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट करने के लिए थी.
मामले की जांच के लिए बिहार लोक सेवा आयोग ने तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया है. यह समिति 24 घंटे में रिपोर्ट बीपीएससी के अध्यक्ष को सौंपेगी. इसके बाद ही आयोग कथित पेपर लीक को लेकर अपना आधिकारिक बयान जारी करेगा.
जानकारी के लिए बता दें कि पहले यह परीक्षा 23 जनवरी को होनी थी लेकिन इसकी तारीख बढ़ाकर 7 मई कर दी गई थी. बाद में इसे भी टाल कर 8 मई कर दिया गया क्योंकि सीबीएसई कक्षा 12 की परीक्षा भी उसी दिन होनी थी.
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