भारत का अधिकार है कि वह डब्ल्यूएचओ के अधिक कोविड मौतों के अनुमान पर सवाल उठाए. हमारी आधिकारिक संख्या सटीक नहीं हैं लेकिन यह कहना कि वह लगभग 10 गुना ज्यादा हैं, हास्यास्पद है. जैसा कि चीन में कम लोग मारे गए. डब्ल्यूएचओ ने खुद को कोविड के दौरान महिमा में शामिल नहीं किया है. यह उसकी गड़बड़ियों की लिस्ट में जुड़ जाता है.