नई दिल्ली: पूरे देशभर में मंगलवार को ईद को लेकर जश्न का माहौल रहा. ईदगाहों और बाकी जगहों नमाज अदा करने के लिए मुस्लिम समुदाय के लोगों की जमकर भीड़ उमड़ी.
कश्मीर में मंगलवार को बारिश के बावजूद ईद-उल-फित्र मनाने का उत्साह कम नहीं हुआ. लोग मस्जिदों, दरगाहों व ईदगाहों (प्रार्थना स्थल) में नए कपड़े पहनकर पहुंचे और नमाज अदा की.
गौरतलब है पिछले दो साल से कोविड की पाबंदियां होने से ईद का त्यौहार फीका रहा था.
गुजरात में मस्जिदों, ईदगाहों में उमड़े लोग, एक-दूसरे के घर गये
गुजरात में ईद के मौके पर बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग मंगलवार की सुबह मस्जिद और ईदगाह पहुंचे तथा नमाज अदा की.
दो साल बाद कोविड-19 संबंधी पाबंदियां हटाए जाने के बाद, लोग ईद उल फ़ित्र की मुबारकबाद देने के लिए एक-दूसरे के घर गये और पारंपरिक भोजन तैयार करने के साथ त्योहार मनाया.
अहमदाबाद के पुराने शहर इलाके में लोगों ने सुबह जामा मस्जिद में नमाज अदा की .
कई लोगों ने कांकरिया झील के पास ईदगाह में और 15वीं सदी की सरखेज रोज़ा मस्जिद में जा कर नमाज अदा की.
कोविड-19 से संबंधित पाबंदियों के कारण पिछले दो वर्ष ईद का जश्न फीका था . धीरे धीरे स्थिति में सुधार हुआ और फिर पाबंदियां हटाई गईं. इस बार लोगों ने बड़े उत्साह के साथ ईद का त्योहार मनाया .
लोग मंगलवार को ईद के उपलक्ष्य में अपने रिश्तेदारों और दोस्तों से मिलने भी गए.
कश्मीर में कई लोगों ने बारिश के बीच ईद की नमाज अदा की
घाटी में कई जगहों पर बारिश शुरू होने से पहले ही ईद की नमाज अदा की गई. हालांकि, बड़ी संख्या में लोगों ने बारिश के बीच भी नमाज अदा की.
अधिकारियों ने बताया कि कश्मीर में सबसे अधिक करीब 80,000 लोग हजरतबल दरगाह में एकत्रित हुए. बारिश के बीच मस्जिद परिसर के अंदर और उससे सटे खुले मैदान में उन्होंने नमाज अदा की.
प्रबंधन समिति के प्रशासन की शर्तों को मानने से इनकार करने के बाद अधिकारियों ने शहर के नौहट्टा इलाके में ऐतिहासिक जामिया मस्जिद में ईद की नमाज अदा करने की अनुमति नहीं दी थी.
प्रशासन ने प्रबंधन समिति से सुबह 7 बजे से पहले नमाज अदा करने और 14वीं सदी की मस्जिद में नमाज के दौरान तथा उसके बाद शांति व्यवस्था बनाए रखने के संबंध में लिखित शपथ पत्र मांगा था.
अधिकारियों के मुताबिक, घाटी के सभी जिला मुख्यालयों और प्रमुख शहरों में ईद की नमाज सामूहिक तौर पर अदा की गई.
उन्होंने बताया कि घाटी के किसी भी हिस्से से अभी तक किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली है और नमाज शांतिपूर्ण तरीके से अदा की गई.
ईद पर बीएसएफ और पाकिस्तान रेंजर्स ने एक-दूसरे को मिठाइयां बांटीं
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और पाकिस्तान रेंजर्स ने मंगलवार को ईद के मौके पर जम्मू क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर मिठाइयों का आदान-प्रदान किया.
बीएसएफ के उपमहानिरीक्षक एस पी एस संधू ने कहा, ‘बीएसएफ और पाकिस्तान रेंजर्स के जवानों ने आज ईद के मौके पर जम्मू फ्रंटियर के तहत अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित विभिन्न चौकियों पर सौहार्दपूर्ण माहौल में मिठाइयों का आदान-प्रदान किया.’
उन्होंने कहा कि सांबा, कठुआ, आरएस पुरा और अखनूर में सीमा चौकियों पर मिठाइयां बांटी गईं.
उपमहानिरीक्षक ने कहा कि बीएसएफ ने रेंजर्स को मिठाई बांटी और बाद में रेंजर्स ने बीएसएफ को मिठाई भेंट की.
संधू ने कहा, ‘सीमा पर वर्चस्व कायम रखते हुए शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण माहौल बनाने में बीएसएफ हमेशा आगे रहा है.’
उन्होंने कहा कि इस तरह की सद्भावना दोनों बलों के बीच सीमा पर शांतिपूर्ण माहौल और सौहार्दपूर्ण संबंध बनाने में मदद करती है.
बीएसएफ भारत-पाकिस्तान के बीच लगभग 2,290 किलोमीटर अंतरराष्ट्रीय सीमा की रक्षा करता है जो जम्मू, पंजाब, राजस्थान से गुजरात तक जाती है.