दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गये दिन के सबसे अच्छे कॉर्टून
चयनित कार्टून पहले अन्य प्रकाशनों में प्रकाशित किए जा चुके हैं जैसे प्रिंट, ऑनलाइन या सोशल मीडिया पर और इन्हें उचित श्रेय भी मिला है।
एशियन एज में गोकुल गोपालकृष्णन ने आम आदमी पार्टी को पुर्नर्जीवित करने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले को दर्शाया है । सुप्रीम कोर्ट के बुधवार के फैसले पे,कार्टूनिस्ट ने सुझाव दिया कि जिस सोफे पे ,आप नेताओं ने पिछले महीने लेफ्टिनेंट गवर्नर अनिल बैजल के कार्यालय में विरोध किया था, अब उन्हें मुख्यमंत्री के कार्यालय में स्थानांतरित कर दिया जा सकता है।
कार्टूनिस्ट संदीप अध्वर्यु ने तंज किया है क्या सरकार का जवाबदेही को ठीक करने का तरीका है, और नेहरू के साथ इसका निर्धारण है। इसी संदर्भ में आईटी मिनिस्टर रविशंकर प्रसाद ने हालिया लिंचिंग को रोकने के लिए व्हाट्सएप से अधिक जवाबदेही की मांग की है। (मॉब लिंचिंग : प्रसाद व्हाट्सप्प से जवाबदेही चाहते है ,ज़ुकरबर्ग कालिंग : नेहरू को क्यों जिम्मेदार नहीं ठहराते है )
मीका अज़ीज़ ने खरीफ फसलों, विशेष रूप से धान के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में उल्लेखनीय रूप से वृद्धि करने के मोदी सरकार के फैसले पर अपने रुख को दर्शाया है। (एमएसपी में तेज वृद्धि,आशा है की ये जुमला नहीं होगा )
एमएसपी वृद्धि शुक्रवार को थीम के रूप में चल रही थी । इस पर कार्टूनिस्ट इरफ़ान मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के गुरुवार के लोन माफ़ी के निर्णय और उसकी तुलना एनडीए सरकार के फैसले से करने को लेकर मज़ाक बनाते है ।
मिड डे में कार्टूनिस्ट मंजुल राष्ट्रीय राजधानी में आम आदमी पार्टी और एल-जी अनिल बैजल के बीच सत्ता के झगड़े पर तंज करते हैं।(यह मेरे फैसलों को दोहराता है)
बीबीसी में, कीर्तिश भट्ट ने एमएसपी पर प्रधान मंत्री मोदी के फैसले को दर्शाया है ।
मेल टुडे में कार्टूनिस्ट सतीश आचार्य ने दिल्ली की सत्ता युद्ध पर भारत की सुप्रीम कोर्ट के फैसले को दर्शाया है ।
(सत्ता युद्ध पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला ,जीत)
Read in English:Featuring Friday, the Delhi power tussle and Modi’s MSP pitch