नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गुजरात दौरे से पहले सोमवार को दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने गुजरात के स्कूल की तस्वीर साझा कर पीएम मोदी पर तंज कसा है. उन्होंने इन तस्वीरों के जरिए गुजरात के स्कूलों की बदहाली का जिक्र किया है.
पीएम के दौरे से पहले सिसोदिया ने बताया कि गुजरात के स्कूलों में बच्चों के बैठने तक के लिए डेस्क नहीं हैं. राज्य के स्कूलों के अपने दौरे की तस्वीरें भी ट्विटर पर साझा कीं जिनमें बच्चे कक्षाओं में फर्श पर बैठे दिखाई देते हैं.
सिसोदिया ने ट्विटर पर तस्वीरें साझा करते हुए लिखा कि, ‘प्रधानमंत्री जी! विद्या समीक्षा केंद्र के मॉडर्न सेंटर से शायद इन स्कूलों की तस्वीर आपको न दिखें जहां बैठने के लिए डेस्क नहीं है.’
प्रधानमंत्री जी! विद्या समीक्षा केंद्र के मॉडर्न सेंटर से शायद इन स्कूलों की तस्वीर आपको न दिखें जहां बैठने के लिए डेस्क नहीं है, मकड़ी के जाले ऐसे लगे हैं जैसे बंद कबाड़ख़ानों में होते हैं, टॉयलट टूटे पड़े हैं… मैंने खुद गुजरात के शिक्षामंत्री के क्षेत्र में ऐसे स्कूल देखे हैं https://t.co/sEiCJvFsRw pic.twitter.com/YjRYVAjjqT
— Manish Sisodia (@msisodia) April 18, 2022
सिसोदिया ने पिछले हफ्ते गुजरात के शिक्षा मंत्री जीतू वघानी के गृहनगर एवं भावनगर विधानसभा क्षेत्र में दो सरकारी स्कूलों का दौरा किया था.
सिसोदिया का ट्वीट मोदी के एक ट्वीट के जवाब में आया जिसमें उन्होंने कहा था कि वह सोमवार को गुजरात में विद्या समीक्षा केंद्र का दौरा करेंगे.
मोदी ने गुजरात के अपने तीन दिवसीय दौरे का विवरण साझा करते हुए रविवार को सिलसिलेवार ट्वीट में कहा था, ‘कल गुजरात पहुंचने पर, मैं विद्या समीक्षा केंद्र का दौरा करूंगा. मैं उन लोगों के साथ भी बातचीत करूंगा जो शिक्षा क्षेत्र में काम कर रहे हैं.’
Upon reaching Gujarat tomorrow, I will visit the Vidya Samiksha Kendra. This modern centre leverages data and technology in order to improve learning outcomes. I will also interact with those who are working in the education sector.
— Narendra Modi (@narendramodi) April 17, 2022
इसी ट्वीट का जवाब देते हुए सिसोदिया ने कहा, ‘मकड़ी के जाले ऐसे लगे हैं जैसे बंद कबाड़ख़ानों में होते हैं, टॉयलट टूटे पड़े हैं… मैंने खुद गुजरात के शिक्षामंत्री के क्षेत्र में ऐसे स्कूल देखे हैं.’
भावनगर के स्कूलों का दौरा करने के बाद सिसोदिया ने दावा किया था कि इन स्कूलों की हालत खराब है और अतिथि शिक्षक उन्हें हर महीने नवीनीकृत होने वाले वेतन पर प्रबंधित कर रहे हैं.
गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले अपने दौरे के दौरान शिक्षा के दिल्ली मॉडल की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा था कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पिछले 27 वर्षों में सरकारी स्कूलों की स्थिति में सुधार के लिए बहुत कम काम किया है.
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