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Saturday, 28 September, 2024
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हम अमृत महोत्सव के रूप में खुद से संकल्प लें जो भारत को आगे बढ़ाए – अमित शाह

गृह मंत्री ने कहा कि देश में एक भी गांव ऐसा नहीं है जहां आजादी के लिए संघर्ष नहीं हुआ हो और एक भी जिला ऐसा नहीं है जहां स्वतंत्रता आंदोलन की कोई बड़ी घटना नहीं हुई हो.

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नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को कहा कि भारत की नयी पीढ़ी को आजादी और देश के साथ जोड़ने का ये स्वर्णिम अवसर है. साथ ही उन्होंने सभी से पार्टी विचारधारा से ऊपर उठकर अगले 25 वर्षों में लोगों और देश के कल्याण के लिए काम करने की अपील की ताकि भारत दुनिया के सबसे विकसित देशों में से एक बन सके.

‘आजादी का अमृत महोत्सव’ पर ‘अमृत समागम’ सम्मेलन को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि अगले 25 साल-भारत की आजादी के 75वें वर्ष से देश की आजादी के 100वें वर्ष तक विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं और देश की इस अवधि को ‘अमृत काल’ कहा गया है.

केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि नयी पीढ़ी को 1857 से 1947 तक 90 साल तक आजादी की जंग लड़ने वाले लोगों के त्याग, बलिदान और तपस्या की जानकारी मिलनी चाहिए. उन्होंने कहा कि भारत की नयी पीढ़ी को आजादी और देश के साथ जोड़ने का ये स्वर्णिम अवसर है.

शाह ने कहा, ‘नयी पीढ़ी के मन में देशभक्ति का जज़्बा जगाना और उसके आधार पर वो पूरे जीवन देश के लिए काम करता रहे, ऐसी नयी पीढ़ी का सृजन करने का ये एक बहुत बड़ा मौक़ा है.’

उन्होंने कहा, ‘हम राज्यों में कुछ स्थान आजादी के अमृत महोत्सव के निमित्त स्थानीय ऐसे बनाएं, जो चेतना के केंद्र बनें, ऐसे संकल्प प्रसारित करें जो अनेक लोगों को प्रेरणा दें.’

शाह ने सभी से पार्टी विचारधारा से ऊपर उठकर अगले 25 वर्षों में लोगों और देश के कल्याण के लिए काम करने की अपील की ताकि भारत दुनिया के सबसे विकसित देशों में से एक बन सके.

राज्य सरकारों से अपील करते हुए शाह ने कहा कि ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ में लोगों की भागीदारी कैसे बढ़ाई जाए और हर गांव, स्कूल और युवाओं को शामिल करके देश तथा लोगों के कल्याण के लिए कैसे काम किया जाए, इस पर अगले 25 वर्षों के लिए योजनाएं तैयार करनी होंगी.

‘आजादी का अमृत महोत्सव’ केंद्र सरकार की एक पहल है जो आजादी के 75 साल और इसके लोगों, संस्कृति और उपलब्धियों के गौरवशाली इतिहास की याद में मनाया जा रहा है.

सम्मेलन में राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों के मंत्रियों और अधिकारियों ने भी भाग लिया. शाह ने कहा, ‘हमें नहीं पता कि 25 साल बाद प्रधानमंत्री कौन होगा और किस पार्टी की सरकार होगी. कोई भी हो, लेकिन देश रहेगा. इसलिए सभी को दलगत राजनीति को परे रखकर इस मिशन को सफल बनाना चाहिए.’

उन्होंने कहा, ‘अगले 25 वर्षों में ‘अमृत काल’ के दौरान, राष्ट्र आत्मानिर्भर भारत के लिए किए गए संकल्पों को प्राप्त करने की ओर अग्रसर होगा. आज हम ‘गुड गवर्नेंस’, जनता अनुकूल सुशासन को मजबूत करने के लिए काम कर रहे हैं.’

गृह मंत्री ने कहा कि अगले 25 वर्षों तक सभी भारतीयों को देश को विश्व में अग्रणी राष्ट्र बनाने के लिए सामूहिक प्रयास करने चाहिए.

शाह ने कहा, ‘उन्होंने (प्रधानमंत्री) लोगों से अपील की थी कि ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ वर्ष के दौरान लोगों को कुछ अच्छे काम करने का संकल्प लेना चाहिए. सरकार के हर विभाग को किसी न किसी तरह के अच्छे काम करने का संकल्प लेना चाहिए. यह संकल्प लेने का वर्ष है और अगले 25 वर्ष संकल्पों को पूरा करने का समय है.’

शाह ने कहा कि केंद्र सरकार ने अब तक ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के तहत 25,000 कार्यक्रमों को आयोजन किया है, लेकिन राज्य और केंद्र शासित प्रदेश ऐसे केवल 7,200 कार्यक्रम ही आयोजित कर सके हैं. उन्होंने कहा, ‘हमें संख्या बढ़ानी होगी. हमें ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ को सफल बनाना है. लोगों की भागीदारी बढ़ानी होगी. हर घर, हर स्कूल को शामिल करना होगा.’

गृह मंत्री ने कहा कि देश में एक भी गांव ऐसा नहीं है जहां आजादी के लिए संघर्ष नहीं हुआ हो और एक भी जिला ऐसा नहीं है जहां स्वतंत्रता आंदोलन की कोई बड़ी घटना नहीं हुई हो.

उन्होंने कहा, ‘क्या हम उन घटनाओं को दोबारा स्मरण नहीं सकते. क्या हम स्कूली छात्रों को उन जगहों पर नहीं ले जा सकते. इस तरह हम छात्रों को स्वतंत्रता आंदोलन में शामिल कर सकते हैं और देश के प्रति उनके प्रेम को बढ़ा सकते हैं. इसमें कॉलेजों को भी शामिल करना चाहिए.’

शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री ने स्वतंत्रता संग्राम के सभी शहीदों को श्रद्धांजलि देने और उनकी यादों और बलिदानों को फिर से स्मरण कराने पर जोर दिया है. राज्य के मंत्रियों को इसे जमीनी स्तर तक ले जाने की कोशिश करनी चाहिए क्योंकि भारत को महान बनाने और इसे दुनिया का सबसे विकसित देश बनाने का समय आ गया है.


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