कोलंबोः श्रीलंका में मुख्य विपक्षी दल समागी जन बलवेगया (एसजेबी) ने घोषणा की है कि आर्थिक संकट से गुजर रहे देश में अगर लोगों को राहत देने में सरकार विफल रहती है तो वे राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आएंगे.
विपक्ष के नेता ने कहा, ‘हमने फैसला किया है कि अगर सरकार देश की आर्थिक नीतियों की कमियों को दूर करने में विफल रहती है तो हम श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आएंगे. हमने विपक्षी दलों की एक मीटिंग बुलाई है और हम इस पर जल्द ही फैसला लेंगे.’
आगे उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेताओं ने इस बात पर भी चर्चा की है कि एक्जीक्युटिव प्रेसिडेंसी खत्म होनी चाहिए और शक्ति को कार्यपालिका, विधायिका और न्यायपालिका के बीच बांटना चाहिए.
इससे पहले भी विपक्ष के नेता सजित प्रेमदासा ने कहा था कि श्रीलंका को एक्जीक्युटिव प्रेसिडेंसी में ही सारी शक्तियों के निहित होने की व्यवस्था को खत्म करना होगा और संसद को मजबूत करना होगा ताकि उचित चेक एंड बैलेंस लगाया जा सके.
बता दें कि श्रीलंका में इस वक्त आर्थिक संकट चल रहा है और देश में खाने-पीने की चीजों व ईंधन की काफी कमी है. कोविड-19 की शुरुआत से ही अर्थव्यवस्था में गिरावट है. इसके अलावा श्रीलंका में फॉरेन एक्सचेंज की भी कमी है जिसकी वजह से इसकी भोजन सामग्री और ईंधन खरीदने की क्षमता भी कम हो गई है. इस वजह से देश में पावर कट भी हो रहा है. भारत श्रीलंका की लगातार मदद कर रहा है.
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