दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गये दिन के सबसे अच्छे कॉर्टून
चयनित कार्टून पहले अन्य प्रकाशनों में प्रकाशित किए जा चुके हैं जैसे प्रिंट, ऑनलाइन या सोशल मीडिया पर और इन्हें उचित श्रेय भी मिला है।
कार्टूनिस्ट साजिथ कुमार ने विश्व पर्यावरण दिवस का उपयोग किसानों के प्रति राजनीतिक उदासीनता के संदेश को चित्रित करते हैं, जिनमें से कई आत्महत्या करने के लिए मज़बूर होते हैं।
5 जून, मंगलवार, को विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर ई.पी. यूनी का कार्टून इंडियन एक्सप्रेस के लिए पृष्ठभूमि बनाता है, जहां वह सुझाव देते है कि कश्मीरियों को प्लास्टिक से भी राहत मिलनी चाहिए, लेकिन एक बहुत ही खास प्रकार से । प्लास्टिक पेलेट्स को घाटी में भीड़ नियंत्रण के साधन के रूप में पेश किया गया था। रबड़ की विविधता के परिणामस्वरूप प्रदर्शनकारियों के बीच गंभीर चोटों आयी थी ।
कई कार्टूनिस्टों ने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के अलग होने के फैसले की घोषणा करने के बाद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की बैठक का मजाक उड़ाया है । मेल टुडे में, सतीश आचार्य ने प्रसिद्ध आर .के. लक्ष्मण द्वारा बनाये गए कार्टून(1990) पर एक रिटैक किया है। जिसमे गठबंधन के आर्किटेक्ट प्रमोद महाजन और शिवसेना के संस्थापक स्वर्गीय बाल ठाकरे को दर्शाया है ।
हेमंत मोरपेरिया ने सुझाव दिया कि उद्धव को पता था कि भाजपा अब उनकी पार्टी को लुभाने के लिए दौड़ का आएगी क्योंकि कर्नाटक में सरकार बनाने के उनके प्रयास असफल रहे हैं।
मंजुल का सुझाव है कि हर दिन ममता बनर्जी के बंगाल में पर्यावरण दिवस है क्योंकि वह अपनी पार्टी का पालन - पोषण राज्य में राजनीतिक हिंसा के बीच कर रही है उनकी पार्टी का प्रतीक घास का फूल है।
Read in English : Last Laughs: Amit Shah turns to Shiv Sena and saving Kashmir from plastic… pellets