नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव को करहल सीट पर अबतक 40,000 से ज़्यादा वोट मिले हैं. यह सीट पार्टी का गढ़ माना जाता है.
इस रिपोर्ट के प्रकाशित होने तक, उन्हें 69.57 फीसदी वोट मिल चुके हैं. बीजेपी के एसपी सिंह बघेल काफी पीछे चल रहे हैं उन्हें अबतक सिर्फ़ 14,000 वोट ही मिले हैं.
करहल मैनपुरी जिले में पड़ता है. माना जाता है कि यहां पर सपा की मजबूत पकड़ है. 2007 से यहां से सपा के सोबाराम सिंह यादव विधायक हैं.
बेशक, सपा प्रमुख की इस सीट पर मजबूत पकड़ है. इस सीट पर कांग्रेस ने ज्ञानवती यादव को मैदान में उतारा है. वहीं, बसपा ने कुलदीप नारायण पहली बार बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. बीजेपी की ओर से बघेल चुनाव मैदान में हैं. उन्होंने चुनाव प्रचार के दौरान अखिलेश की तुलना औरंगजेब से की थी.
मैनपुरी पश्चिमी उत्तर प्रदेश में है. यहां पर हमेशा से सपा की मजबूत पकड़ रही है. मुलायम सिंह यादव यहां से सांसद हैं.
साल 2012 में सपा ने मैनपुरी जिले में पड़ने वाली सभी विधानसभा सीटों पर जीत हासिल की थी. हालांकि, 2017 के चुनाव में उसे चार में से सिर्फ़ तीन सीटों पर जीत मिल पाई थी.
अखिलेश यादव को इस विधानसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन करने की उम्मीद है. पिछले विधानसभा चुनाव में सपा को जबरदस्त धक्का लगा था. 2017 में पार्टी 403 सीटों में से सिर्फ़ 47 सीट जीत पाने में कामयाब रही थी. वहीं, 2012 में पार्टी को 224 सीटें मिली थी.
मतगणना से एक दिन पहले पूर्व मुख्यमंत्री और सपा प्रमुख ने पार्टी के कार्यकर्ताओं को मतगणना केंद्र को ‘लोकतंत्र की पवित्र भूमि’ मानने को कहा था और वहां पर मौजूद रहने को कहा था, ताकि किसी भी तरह की धांधली को रोका जा सके. उन्होंने वाराणसी से ईवीएम की चोरी होने का भी आरोप लगाया था.
उन्होंने ट्वीट किया, ‘सपा-गठबंधन जीतेगा, इसलिए बीजेपी चुनाव में धांधली करने की कोशिश कर रही है.
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