वाराणसी: उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ ने ‘माफिया और मच्छर’, ‘गैंग वॉर और जैपनीज इंसेफेलाइटिस’ को खत्म कर दिया है. ये बातें केंद्रीय मंत्री और उत्तर प्रदेश विधानसभा के चुनाव प्रभारी अनुराग ठाकुर ने कही.
दिप्रिंट को शुक्रवार को दिए इंटरव्यू में अनुराग ठाकुर ने कहा कि पार्टी का चुनाव कैंपेन विकास के साथ ही कानून और व्यवस्था पर फोकस है.
उन्होंने कहा, ‘हमने लोगों से जुड़े मुद्दों पर लगातार काम किया है. हमने न केवल बेदाग सरकार दी है, बल्कि माफिया और गुंडों के खिलाफ कार्रवाई भी की है. हमने हर मोर्चा पर काम किया है और लोग इसे मानते भी हैं.’
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के अंतिम चरण के लिए प्रचार शनिवार को खत्म हो रहा है और मंगलवार को वोट डाले जाएंगे. चुनाव नतीजे 10 मार्च को घोषित होंगे.
साल 2017 के विधानसभा चुनावों में बीजेपी को जबरदस्त जीत मिली थी. पार्टी 403 में से 325 सीटें जीतने में कामयाब रही थी. वहीं, समाजवादी पार्टी (एसपी) को 47, मायावती की बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) को 19, कांग्रेस को सात और राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) को एक सीट मिली थी. बाकी सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों को जीत मिली थी.
यह पूछे जाने पर कि बीजेपी पर चुनाव के दौरान ध्रुवीकरण करने और विकास और बेरोजगारी जैसे मुद्दे से ध्यान भटकाने के आरोप लग रहे हैं, ठाकुर ने कहा, ‘देश की सुरक्षा हमारे लिए महत्वपूर्ण है और राष्ट्रवाद बीजेपी की विचारधारा का हिस्सा है.’
उन्होंने कहा, ‘हमारा पूरा कैंपेन बेहतर शासन और विकास पर केंद्रित रहा है. हम इन्हीं मुद्दों पर चुनाव लड़ रहे हैं और लोगों को यह बात पता है.’
उन्होंने कहा कि बीजेपी का पूरा ध्यान ‘राज्य में कानून और व्यवस्था की स्थिति को मजबूत करना, गरीबों के कल्याण के लिए काम करना और उत्तर प्रदेश की इंन्फ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाने पर है.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ‘बेदाग’ और विकास के लिए तत्पर शासन के लिए जाना जाता है. उत्तर प्रदेश की जनता एक बार फिर उन्हें 300 से ज़्यादा सीटें देकर अपना आशीर्वाद देगी.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के दावों पर ठाकुर ने कहा कि ममता नंदीग्राम में भी जीत नहीं सकीं. वहीं, बीजेपी 2021 के बंगाल विधान सभा चुनावों में तीन से 70 के आंकड़े पर पहुंच गई. बनर्जी ने वाराणसी में कहा था कि बीजेपी को समझ नहीं आ रहा है कि वह क्या करे और पार्टी का हारना तय है.
उन्होंने कहा, ‘उत्तर प्रदेश में भी एनडीए (नेशनल डेमोक्रेटिक एलायंस) को 400 में से 325 सीटें मिली. यह मामूली उपलब्धि नहीं है. हम फिर से यही कामयाबी दोहराएंगे और 300 से ज्यादा पाएंगे.’
ममता बनर्जी ने उत्तर प्रदेश में एसपी की अगुवाई वाले गठबंधन के समर्थन में चुनाव प्रचार किया था.
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‘गुंडों के साथ सख्ती से कार्रवाई’
राज्य में फिर से बीजेपी के सत्ता में आने को लेकर विश्वास जताते हुए ठाकुर ने कहा कि उनकी सरकार में कानून-व्यवस्था की स्थिति बेहतर हुई है और ‘अगले पांच वर्षों में इन गुंडों और माफियाओं के खिलाफ और भी सख्ती से कार्रवाई की जाएगी.’
उन्होंने सपा मुखिया के बारे में कहा कि अखिलेश यादव की तरह प्रधानमंत्री को ‘अपनी सीट बदलने’ की ज़रूरत महसूस नहीं हुई.’
उन्होंने कहा, ‘पीएम मोदी, अखिलेश और स्वामी प्रसाद मौर्य की तरह हार की डर से अपनी सीटें नहीं बदली हैं, वे साल 2014 में चुने जाने के बाद से ही वाराणसी आ रहे हैं.’
उन्होंने कहा, ‘वह अक्सर यहां आते रहे हैं और उन्होंने शहर और राज्य के विकास पर पूरा ध्यान दिया है. काशी और काशी कॉरिडोर के विकास से लेकर पीएम मोदी ने राज्य के लिए अथक काम किया है. उन्हें सभी प्यार करते हैं, इसलिए वह इस राज्य में और अपने क्षेत्र में आते हैं. यही वजह है कि काशी की जनता उन्हें प्यार करती है.’
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव करहल विधानसभा क्षेत्र से पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं. यह मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र में पड़ता है. मैनपुरी समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता मुलायम सिंह यादव की सीट है. पूर्व राज्य मंत्री मौर्य, पडरौना सीट को छोड़कर कुशीनगर के फाजिलनगर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. साल 2008 से ही वह पडरौना सीट का प्रतिनिधित्व करते रहे हैं. मौर्य ओबीसी के बड़े नेताओं में एक हैं. उन्होंने बीजेपी छोड़कर एसपी का दामन थाम लिया.
यह कहते हुए कि पीएम को ‘उत्तर प्रदेश के लोग पसंद करते हैं’, उन्होंने कहा, ‘जो काशी को संवारे, मोदी जी सबके प्यारे. जिस नेता ने इतना किया उसको इतना प्यार मिलेगा तो वह आएगा ही.’
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