नई दिल्लीः भारत द्वारा जारी की गई एक एडवाइजरी के मुताबिक यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को तत्काल खारकीव छोड़कर किसी सुरक्षित स्थान पर चले जाने को कहा गया है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि किसी भी तरह से सभी भारतीय छात्र किसी भी साधन से यहां तक कि पैदल भी यूक्रेन के समय के अनुसार शाम 6 बजे तक किसी सुरक्षित स्थान तक पहुंच जाएं. इसके लिए उन्होंने कहा है कि पिसोचिन,बेज़लुडोव्का और बाबे सुरक्षित स्थान हैं.
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— India in Ukraine (@IndiainUkraine) March 2, 2022
2nd Advisory to Indian Students in Kharkiv
2 March 2022.@MEAIndia @PIB_India @DDNewslive @DDNational pic.twitter.com/yOgQ8m25xh— India in Ukraine (@IndiainUkraine) March 2, 2022
बागची ने कहा कि, ‘एडवाइजरी रूसी पक्ष से प्राप्त इनपुट के आधार पर जारी की गई है. हमने खुद से एडवाइजरी में जगह और समय तय नहीं किया है, ये इनपुट पर आधारित है’
यूक्रेन में रहने वाले एक अन्य भारतीय चंदन जिंदल की मौत के बारे में उन्होंने कहा कि उसकी मौत प्राकृतिक कारणों से हुई है और उनका पूरा परिवार भी यूक्रेन में ही है.
#Watch | Chandan Jindal, an Indian national in Ukraine’s Vinnytsia lost his life due to natural causes. His family members are also in Ukraine: Arindam Bagchi, MEA spokesperson pic.twitter.com/zeH0V9k124
— ANI (@ANI) March 2, 2022
एडवाइजरी में सीधे तौर पर कहा गया है कि जिन स्टूडेंट्स को कोई वाहन न मिले वे पैदल ही चले जाएं. लेकिन जल्दी जाएं. किसी भी हालत में शाम 6 बजे तक इन स्थानों पर पहुंच जाएं.
कई छात्रों ने भारतीय दूतावास के ऊपर कोई सहायता न करने का आरोप भी लगाया है और काफी छात्र अपने आप से शहर छोड़ रहे हैं. बता दें कि खबर के मुताबिक करीब 3500 छात्र खारकीव नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी में एनरोल्ड हैं.
मंगलवार को भारत में रूस के राजदूत डेनिस अलिपोव ने भारतीयों तो वहां से निकालने के लिए हर संभव कोशिश करने और मानवीय कॉरिडोर बनाने पर विचार करने को कहा था.
इस बीच तमाम छात्र यूक्रेन में पश्चिम की तरफ हंगरी, स्लोवाकिया और पोलैंड के बॉर्डर की तरफ बढ़ रहे हैं.
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