नई दिल्ली: यूक्रेन की राजधानी कीव स्थित भारतीय दूतावास ने शनिवार को जारी नई एडवाइजरी में कहा कि यूक्रेन में फंसे सभी भारतीय नागरिक सीमा पर समन्वय कर रहे भारत सरकार के अधिकारियों को जानकारी दिए बिना सीमा पर न पहुंचे.
भारत सरकार और यूक्रेन में भारतीय दूतावास लगातार एडवाइजरी जारी कर भारतीय नागरिकों को जानकारी दे रहा है. नई एडवाइजरी में दूतावास ने कहा कि बॉर्डर चेकप्वाइंट्स पर स्थिति नाजुक बनी हुई है और यहां का दूतावास पड़ोसी मुल्कों में स्थित भारतीय दूतावासों के साथ लगातार संपर्क में है जिससे नागरिकों की निकासी सुनिश्चित हो सके.
दूतावास ने ये भी बताया कि यूक्रेन के पश्चिमी हिस्सों में रहना बॉर्डर चेकप्वाइंट्स पर जाने से ज्यादा सूरक्षित है जहां पानी, खाने और मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हैं.
दूतावास ने लोगों से निवेदन किया है कि जो भी पूर्वी हिस्से में हैं वो अगली सूचना तक जहां है वहीं रहें और शांति बनाए रखें. दूतावास ने ये भी कहा कि लोग आवाजाही करने से बचें और सतर्क रहें.
Advisory to all Indian Nationals/Students in Ukraine
as on 26 February 2022.@MEAIndia @PIB_India @PIBHindi @DDNewslive @DDNewsHindi @DDNational @IndianDiplomacy pic.twitter.com/yN6PT2Yi8c— India in Ukraine (@IndiainUkraine) February 26, 2022
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बुखारेस्ट के लिए एयर इंडिया का विमान रवाना
यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए एयर इंडिया के विमान ने शनिवार सुबह मुंबई के हवाईअड्डे से रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट के लिए उड़ान भरी है. भारत सरकार रोमानिया और हंगरी के रास्ते लोगों को निकालने का प्रयास कर रही है.
यूक्रेन में फिलहाल 20 हजार भारतीय फंसे है जिनमें ज्यादातर छात्र हैं. भारत ने अब तक 470 छात्रों को यूक्रेन से निकाला है.
यूक्रेन का हवाई क्षेत्र बंद होने से पहले एअर इंडिया ने 22 फरवरी को यूक्रेन की राजधानी कीव के लिए एक विमान भेजा था जिसमें 240 लोगों को भारत वापस लाया गया था. उसने 24 और 26 फरवरी को दो और उड़ानों के संचालन की योजना बनायी थी लेकिन रूस के 24 फरवरी को आक्रमण शुरू करने और इसके बाद यूक्रेन का हवाई क्षेत्र बंद होने के कारण ऐसा नहीं किया जा सका.
शुक्रवार देर रात संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में यूक्रेन पर हमले की निंदा करने वाले प्रस्ताव पर रूस ने वीटो किया. वहीं भारत, चीन और यूएई ने मतदान में भाग नहीं लिया. यूएनएससी के प्रस्ताव के पक्ष में 11 मत पड़े.
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टी एस तिरुमूर्ति ने मतदान पर भारत का पक्ष रखते हुए कहा, ‘भारत, यूक्रेन के हालिया घटनाक्रम से बेहद विचलित है. हम अपील करते हैं कि सारे प्रयास हिंसा और शत्रुता को तत्काल रोकने की दिशा में होने चाहिए.’
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