दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चयनित कार्टून पहले अन्य प्रकाशनों में प्रकाशित किए जा चुके हैं. जैसे- प्रिंट मीडिया, ऑनलाइन या फिर सोशल मीडिया पर.
आज के फीचर कार्टून में, सतीश आचार्य ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के इस दावे पर टिप्पणी की है कि अगर लोग उनकी पार्टी बीजेपी को वोट नहीं देंगे तो वह केरल में बदल जाएगा. तब से, केरल के सीएम पिनाराई विजयन सहित कई लोगों ने केरल में ह्यूमन डेवलपमेंट इंडेक्स की तरफ इशारा करते हुए इस बयान की आलोचना की.
संदीप अध्वर्यु भी आदित्यनाथ की केरल के बयान पर तंज कस रहे हैं. इसमें यूपी के आम आदमी को भागते हुए दिखाया है और इसे लखीमपुर खीरी की मौतों से जोड़कर दिखाया है.
आर प्रसाद ने आदित्यनाथ के बयान का जिक्र कर रहे हैं. वो केरल में बसे उत्तर भारतीय प्रवासियों की ओर इशारा कर रहे हैं. साथ ही उन्होंने दोनो राज्यों के बीच शिक्षा की तुलना की है.
साजिथ कुमार ने कर्नाटक के राज्य मंत्री के.एस. ईश्वरप्पा के दावे की आलोचना की है जिसमें उन्होंने कहा है कि भविष्य में भगवा झंडा लाल किले पर भारतीय तिरंगे की जगह ले सकता है. शिवमोग्गा के एक कॉलेज में भगवा झंडा फहराए जाने के विवाद के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने यह बयान दिया था.
आलोक निरंतर इस कार्टून में मणिपुर की ओर इशारा कर रहे हैं. वो बता रहे हैं कि इस चुनावी राज्य को बहुत कम मीडिया कवरेज मिला है. साथ ही चुनाव आयोग ने गुरुवार को मणिपुर विधानसभा चुनावों की तारीखों में संशोधन कर दिया जो अब 28 फरवरी और 5 मार्च को होंगे.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में मतदान शुरू होने के साथ ही ई.पी. उन्नी केंद्रीय गृह राज्य मंत्री और लखीमपुर खीरी के सांसद अजय मिश्रा टेनी के बेटे और हिंसा मामले के मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा को जमानत मिलने पर टिप्पणी कर रहे हैं.
कीर्तिश भट्ट भी आशीष मिश्रा की जमानत पर टिप्पणी कर रहे हैं. उन्होंने एक नेता को कहते हुए दिखाया है कि उत्तर प्रदेश में हर कोई स्वतंत्र रूप से घूम सकता है – बस आपको तेज रफ्तार कारों से सावधान रहने की जरूरत है.
(इन कार्टून्स को अंग्रेजी में देखने के लिए यहां क्लिक करें)