राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग की हिप्पोक्रेटिक शपथ को चरक की शपथ से बदलने की अपील परेशान करने वाली है. चरक प्रतिज्ञा में महिलाओं को ‘उनके पतियों के बिना’ और ‘राजा से नफरत करने वालों’ का इलाज न करने की अपील की गई है. भारत अपनी विरासत सही मायने में संजोता है, लेकिन इसके कुछ हिस्से इतिहास की किताबों के लिए ही हैं, न कि अस्पतालों के.