नई दिल्ली: प्रधानमंत्री ने सोमवार को संसद राष्ट्रपति के धन्यववाद प्रस्ताव को लेकर अपनी बात रखी. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पार्टी को जमकर निशाने पर लिया. पीएम ने इस दौरान शायराना अंदाज में जमकर कांग्रेस पर बरसे. उनके तंज पर विपक्षी दल के सदस्य संसद में हंगामा करते नजर आए.
पीएम ने एक शायरी पढ़ते हुए कहा, ‘वो जब दिन को रात कहें, तो तुरंत मान जाओ. नहीं मानोगे तो वो दिन में नकाब ओढ़ लेंगे. जरूरत हुई तो हकीकत को थोड़ा बहुत मरोड़ लेंगे, वो मगरूर हैं खुद की समझ पर बेइंतहा, इन्हें आईना मत दिखाओ, वो आईने को भी तोड़ देंगे.’
पीएम मोदी ने एक दिन पहले लता मंगेशकर के निधन को लेकर संसद में सबसे पहले उन्हें श्रद्धांजलि दी. उन्होंने कहा कि ‘देश ने आदरणीय लता दीदी को खो दिया है. इतने लंबे काल तक जिनकी आवाज ने देश को मोहित किया, देश को प्रेरित भी किया, देश को भावनाओं से भर दिया. मैं आज आदरणीय लता जी को आदरपूर्वक श्रद्धांजलि देता हूं.’
पीएम मोदी ने कहा, ‘दुर्भाग्य ये है कि आपमें से बहुत से लोग ऐसे हैं जिनका कांटा 2014 में अटका हुआ है और उससे वो बाहर नहीं निकल पा रहे हैं. उसका नतीजा भी आपको भुगतना पड़ा है. देश की जनता आपको पहचान गई है, कुछ लोग पहले पहचान गए, कुछ लोग अब पहचान रहे हैं और कुछ लोग आने वाले समय में पहचानने वाले हैं.’
प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना काल के बाद विश्व एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ, नई व्यवस्थाओं की तरफ बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है. एक ऐसा turning point है कि हम लोगों को एक भारत के रूप में इस अवसर को गंवाना नहीं चाहिए.
उन्होंने कहा कि ‘इस परिपेक्ष्य में आजादी का अमृत महोत्सव अपने आप में एक प्रेरक अवसर है. उस प्रेरक अवसर और नए संकल्पों को लेकर देश जब आजादी के 100 साल मनाएगा, तब तक हम पूरे सामर्थ्य से, पूरी शक्ति से, पूरे संकल्प से देश को उच्चतम स्तर पर लेकर पहुंचेंगे.’
मोदी ने अपनी सरकार की उपलब्धि गिनाई
अपनी सरकार की उपलब्धि गिनाते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘पहले गैस कनेक्शन स्टेटस सिंबल हुआ करता था. अब गरीब से गरीब व्यक्ति तक इसकी पहुंच है और यह बहुत खुशी की बात है.’
‘आजादी के इतने सालों के बाद गरीब के घर में रोशनी होती है, तो उसकी खुशियां देश की खुशियों को ताकत देती हैं. गरीब के घर में गैस का कनेक्शन हो, धुएं वाले चूल्हे से मुक्ति हो तो उसका आनंद कुछ और ही होता है.’
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा कि, ‘नागालैंड के लोगों ने आखिरी बार 1998 में कांग्रेस के लिए वोट किया था, करीब 24 साल हो गए. ओडिशा ने 1995 में आपके लिए वोट किया था, सिर्फ 27 साल हुए आपको वहां एंट्री नहीं मिली. गोवा में 1994 में पूर्ण बहुमत के साथ आप जीते थे, 28 साल से गोवा ने आपको स्वीकार नहीं किया.’
उन्होंने कहा बीते 2 सालों में 100 साल का सबसे बड़ा वैश्विक महामारी का संकट पूरी दुनिया की मानव जाति झेल रही है. जिन्होंने भारत के अतीत के आधार पर ही भारत को समझने का प्रयास किया, उनकों तो आशंका थी कि शायद भारत इतनी बड़ी लड़ाई नही लड़ पाएगा, खुद को बचा नहीं पाएगा.
आज मेड इन इंडिया कोविड वैक्सीन दुनिया में सबसे प्रभावी है. आज भारत शत प्रतिशत पहली डोज के लक्ष्य के निकट पहुंच रहा है और लगभग 80% सेकंड डोज का पड़ाव भी पूरा कर लिया है.
कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि अगर मोदी #Vocal4Local कहता है, तो मोदी ने कहा इन शब्दों को छोड़ दो. लेकिन क्या आप नहीं चाहते कि देश आत्मनिर्भर बनें, जिस महात्मा गांधी के आदर्शों की बात करते हैं, तो इस अभियान को ताकत देने में आपका क्या जाता था. गांधी जी के स्वदेशी के निर्णय को आगे बढाइये.’
‘सदन इस बात का साक्षी है कि कोरोना से जो स्थितियां उत्पन्न हुई, उससे निपटने के लिए भारत ने जो भी रणनीति बनाई उसको लेकर पहले दिन से क्या-क्या नहीं कहा गया है. दुनिया के और लोगों से बड़ी-बड़ी कांफ्रेंस करके ऐसी बातें बुलवाई गई ताकि पूरे विश्व में भारत बदनाम हो.’
‘भारत सरकार ने यह सुनिश्चित किया कि महामारी के बीच 80 करोड़ से अधिक भारतीयों को मुफ्त राशन मिले. हमारी प्रतिबद्धता है कि कोई भी भारतीय भूखा न रहे.’
‘जिस रास्ते पर हम चले आज विश्व के अर्थजगत के सभी ज्ञाता इस बात को मानते हैं कि भारत ने जिस आर्थिक नीतियों को लेकर इस कोरोना काल में अपने आप को आगे बढ़ाया है, वो अपने आप में दुनिया के लिए एक उदाहरण है.’
पीएम ने किसानों की बात करते हुए कहा कि ‘इतने वर्षों तक देश पर राज करने वाले और महल जैसे घरों में रहने के आदी लोग, छोटे किसान के कल्याण की बात करना भूल गए हैं. भारत की प्रगति के लिए छोटे किसान को सशक्त बनाना जरूरी है. छोटा किसान ही भारत की तरक्की को मजबूत करेगा.’
पीएम ने कहा कि विपक्षी मेक इन इंडिया नहीं हो सकता इसका मजाक बना रहे हैं देश के युवा ने साबित कर दिया है कि एंटरप्रेन्योर्स के जरिए ये हो सकता है.
मेक इन इंडिया का मतलब है कि भ्रष्टाचार के रास्ते बंद, देश के लघु उद्ममियों की क्षमता का अपमान है. खुद निराश हैं असफल हैं, इसलिए विपक्षी ऐसी बात करते हैं.
पीएम ने कहा कि ‘हमनें गरीब श्रमिकों के लिए 2 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च किए. आत्मनिर्भर भारत रोजगार योजना के तहत हजारों लाभार्थियों के खातों में हमने सीधे पैसे ट्रांसफर किये.’
पहले इक्विपमेंट के लिए दूसरे देश की तरफ देखना पड़ता था, दूसरों पर निर्भर होकर इस देश की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं कर सकते हैं. रक्षा सेवा नें आत्म निर्भर होना देश की सबसे बड़ी सेवा है. इस बजट में ज्यादा से ज्यादा प्रावधान किया है भारत की कंपनियों से ही उपकरण, हथियार खरीदेंगे.
महंगाई पर कांग्रेस पर साधा निशाना
‘विपक्ष ने महंगाई का मुद्दा उठाया, अच्छा लगता है अगर आपकी ये चिंता तब भी होती जब कांग्रेस के नेतृत्व में यूपीए की सरकार थी. कांग्रेस सरकार के आखिरी पांच सालों में देश को डबल डिजिट महंगाई की मार झेलनी पड़ी थी.’
‘सरकार खुद मानने लगी थी की महंगाई उसके नियंत्रण से बाहर है. तत्कालीन वित्तमंत्री ने बेशर्मी से कहा था कि महंगाई दूर करने के लिए किसी आलादीन के चराग की उम्मीद न करे.’
प्रधानमंत्री ने कहा कि, ‘चिंदबंरम में ने 2012 में कहा था 15 रुपये की पानी की बोतल और आईसक्रीम खरीदने में लोगों को परेशानी नहीं होती लेकिन आटा, चावाल खीरदने में होती है.’
‘हमारी सरकार ने पहले दिन से संवेदनशीलता महंगाई को हैंडल किया है. हमारी सरकार ने महंगाई नियंत्रण को अपनी पॉलिसी का हिस्सा बनाया. इस कोरोना काल में भी हमने कोशिश की महंगाई आसमान न छूए.’
कांग्रेस के आखिरी पांच साल में महंगाई 10 प्रतिशत से ज्यादा थी. 2014 से 2020 तक महंगाई 5 प्रतिशत से कम रही है. कोरोना के बावजूद इस साल महंगाई 5.2 प्रतिशत रही है. आप (कांग्रेस) अपने समय में वैश्विक परिस्थितियों की दुहाई देकर पल्ला झाड़ लिया करते थे.
पीएम ने नेहरू का उदाहरण दिया, ‘नेहरू ने लालकिला से कहा था कि कभी-कभी कोरिया में लड़ाई भी हमें प्रभावित करती है. इसके चलते वस्तुओं की कीमत बढ़ जाती हैं और यह हमारे नियंत्रण से भी बाहर हो जाती है.’
वह कहते थे कि अगर अमेरिका में भी कुछ हो जाता है तो इसका भी असर वस्तुओं की कीमत पर पड़ता है.
मोदी ने कहा कि ‘आज कांग्रेस अगर सत्ता में होती थी तो महंगाई कोरोना के खाते में जमा करके निकल जाती. लेकिन हम उसके समाधान के लिए काम कर रहे हैं. बाकी देशों में महंगाई 7 प्रतिशत है. लेकिन ठीकरा किसी पर नहीं फोड़ेंगे. हम जिम्मेदारी से देशवासियों के साथ खड़े रहने वाले लोग हैं.’
‘गरीबी के बड़े-बड़े आंकड़े दिए गए. इस देश का गरीब इतना विश्वासघाती नहीं है कि कोई सरकार उसके लिए काम करे और वह उसका नुकसान करे.’
इस देश का गरीब इतना जागरूक है कि आपको (कांग्रेस को) 44 सीट पर रोक दिया. 40 साल बाद भी गरीबी हटी नहीं तो कांग्रेस ने नई परिभाषा ला दी.
2013 में 17 करोड़ गरीब लोगों को कागज पर अमीर बना दिया, नॉर्म्स बदल के गरीब को अमीर बनाया गया.
विपक्ष को राष्ट्र शब्द से दिक्कत: मोदी
राष्ट्रीय विरासत को लेकर नेहरू ‘भारत की खोज’ किताब में कही थी. हमारी राष्ट्रीय विरासत एक है. नैतिक और मानिसक विरासत एक है. यह कहकर अपमान किया है कि राष्ट्र शब्द संविधान में न आए.
राष्ट्र कोई सत्ता या सरकार की व्यवस्था नहीं है. हमारे लिए राष्ट्र एक जीवित आत्मा है. इसलिए हजारों साल देशवासी जुड़े हुए हैं और जूझते रहे हैं.
पीएम ने कहा कि सुब्रमण्यम भारतीय ने कहा था कि सम्मानित जो सकल विश्व में, महिमा जिनकी बहुत रही है, अमर ग्रंथ वे सभी हमारे उपनिषदों का देश यही है. गायेंगे हम सब यश इसका, यह है स्वर्णिम देश है. आगे कौन जगत में हमसे, यह भारत देश हमारा.
पीएम ने कांग्रेस को बांटो, राजीनीति करो की नीति अपनाने का आरोप लगाया. इसलिए आज यह पार्टी टुकड़े टुकड़े गैंग की नेता बन गई है.
कांग्रेस पर बांटो, राज करो नीति अपनाने का आरोप
कांग्रेस पार्टी की सत्ता में आने की इच्छा खत्म हो चुकी है. जब कुछ मिलने वाला नहीं है तो कम से कम बिगाड़ तो दो. लेकिन ये लोग देश में वो बीज बो रहे हैं जो अलगाव की जड़ें मजबूत कर रहे हैं. देश में कुछ लोगों को उकसाने का प्रयास किया गया है.
पिछले सात साल से देखें के इनका गेम प्लान सामने आता है. आपका गेम प्लान फेल होगा. ये देश एक था श्रेष्ठ था, एक है श्रेष्ठ है, श्रेष्ठ रहेगा.
मोदी ने कहा कि इन्हें कर्तव्य की बात पर भी ऐतराज होता है. किसी बात को समझ के अभाव से बद इरादे से विवाद खड़ा करना ताकि खुद लाइमलाइट में रहे हैं. कांग्रेस को अब कर्तव्य की बात की चुभने लगी है.
नेहरू ने कहा था कि आजाद हिंदुस्तान की सालगिरह हम मनाते हैं लेकिन आजादी के साथ जिम्मेदारी होती है. जिम्मेदारी खाली हुकूमत की नहीं जिम्मेदारी हर एक आजाद शख्स की होती है. अगर आप इसे समझते नहीं तो पूरी तरह इसे बचा नहीं सकते.