नई दिल्ली: चंडीगढ़ पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) दिलशेर सिंह चंदेल ने पंजाब कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू की, कथित रूप से एक विधायक की सराहना करने की तीखी आलोचना की है, जिसे देखकर ‘पुलिस की पैंट गीली हो जाती है’. डीएसपी ने टिप्पणी को ‘शर्मनाक’ और ‘बल का अपमान’ क़रार दिया है.
19 दिसंबर को कपूरथला के सुलतानपुर लोधी में राजनीतिक रैली में सिद्धू ने कांग्रेस विधायक नवतेज सिंह चीमा के साथ मंच साझा करते हुए, कथित तौर पर कहा कि चीमा के सामने ‘पुलिस अधिकारी की पैंट गीली हो जाती है’ और सुझाव दिया था कि पार्टी कार्यकर्त्ताओं को नवतेज की तरह होना चाहिए.
शनिवार को एएनआई द्वारा साझा की गई वीडियो में जो ट्विटर पर वायरल हो गया है डीएसपी चंदेल ने कहा कि सिद्धू ने उसी पुलिस बल का अपमान किया, जो ‘उन्हें और उनके परिवार को सुरक्षा देती है’.
चंदेल ने आगे कहा कि अगर सिद्धू को शिकायतें हैं तो उन्हें अपनी पुलिस सुरक्षा छोड़ देनी चाहिए.
डीएसपी ने कहा कि सिद्धू ने पुलिस कर्मियों को बदनाम किया, जबकि ये पुलिस ही है जो ‘लोगों से राजनेताओं के निर्देशों का पालन कराती है’. उन्होंने आगे कहा, ‘उनके बिना एक रिक्शा चलाने वाला भी किसी नेता का आदेश नहीं मानेगा’.
दिप्रिंट से बात करते हुए चंदेल ने कहा कि उन्होंने सिद्धू को एक अवमानना नोटिस भेजा है.
उन्होंने ये भी कहा, ‘मैंने सिद्धू को एक अवमानना नोटिस भेजा है. पहले हमें यही करने की ज़रूरत है. 21 दिन के बाद मैं उनकी अपमानजनक टिप्पणियों के खिलाफ एक अधिकारिक शिकायत दर्ज कराउंगा’.
चंडीगढ़ पुलिस महानिदेशक प्रवीर रंजन के निजी सहायक रवि कुमार सिंह ने दिप्रिंट को बताया कि अभी तक सिद्धू के ख़िलाफ कोई अधिकारिक शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है. उन्होंने आगे कहा, ‘अगर ऐसी कोई लिखित शिकायत आती है तो हम कार्रवाई करेंगे’.
एक और वीडियो में जो वायरल हो गया, सब-इंस्पेक्टर बलबीर सिंह दोआबा ने, जो जलंधर (ग्रामीण) में तैनात हैं, कथित रूप से सिद्धू के बयान की निंदा की और पंजाब डीजीपी से ये सुनिश्चित करने का अनुरोध किया कि ऐसे अपमानजनक बयान न दिए जाएं, क्योंकि इन्हें सुनकर हमारे बच्चे और परिवार भी आहत होते हैं’.
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