शुरू हुई सरयू नहर परियोजना: डालें एक नज़र कि यह पूर्वी यूपी से कैसे गुजर रही है
दिप्रिंट के राष्ट्रीय फोटो संपादक प्रवीण जैन आपके लिए लगभग 10,000 करोड़ रुपये की उस परियोजना की तस्वीरें लेकर आए हैं जो चार दशकों से अधिक समय से बन रही थी.
बहराइच / श्रावस्ती / बलरामपुर / बस्ती: पूर्वी उत्तर प्रदेश में गन्ना और सरसों के खेतों से गुजरती हुए, 6,623 किलोमीटर लंबी सरयू नहर सिंचाई परियोजना आखिरकार इस महीने से शुरू हो गई है, जिसकी वजह से इससे लाभान्वित होने वाले लगभग 29 लाख किसानों में राहत और खुशी की लहर दौड़ गई.
लगभग 10,000 करोड़ रुपये की इस परियोजना पर लगभग चार दशकों से ज्यादा समय से काम किया जा रहा था. साल 1970 में शुरू हुई इस परियोजना में जटिल भूमि अधिग्रहण और कथित तौर पर धन के वितरण से लेकर कई अन्य कारणों से लगातार रुकावटें आती रहीं.
नहरो के इस जाल के ज़रिए पूर्वी यूपी की पांच नदियों – घाघरा, सरयू, राप्ती, बाणगंगा और रोहिन – को जोड़ा गया है. इस नेटवर्क के माध्यम से 6,200 गांवों के 1.4 लाख हेक्टेयर भूमि की सिचाई की जा सकेगी. यह पूर्वी उत्तर प्रदेश के नौ जिलों – बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, बस्ती, गोण्डा, संत कबीर नगर, महाराजगंज और गोरखपुर से होकर गुजरती है.
बहराइच, जहां से यह परियोजना शुरू होती है, वहां से शुरू करके दिप्रिंट ने पिछले सप्ताह दो दिनों तक नहर के मार्ग के साथ-साथ पांच जिलों को पार करते हुए लगभग 400 किमी की यात्रा की. पेश हैं उस यात्रा की कुछ झलकियां.