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Monday, 25 November, 2024
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‘वोक, एंटी-BJP’: ब्रिगेडियर लिड्डर की बेटी आशना को ट्विटर पर क्यों किया जा रहा है ट्रोल

ट्विटर पर निशाना बनाए जाने के बाद ब्रिगेडियर लिड्डर की बेटी आशना ने अपना अकाउंट डिलीट कर दिया. हालांकि कई नेताओं, पत्रकारों और सिविल सोसाइटी से जुड़े लोगों ने उसका समर्थन किया.

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नई दिल्ली: तमिलनाडु के कुन्नूर में हेलिकॉप्टर क्रैश हादसे में ब्रिगेडियर एलएस लिड्डर की मौत के बाद उनकी बेटी आशना लिड्डर ने शुक्रवार को उनका अंतिम संस्कार किया. लेकिन आशना को भाजपा विरोधी विचार रखने के लिए ट्विटर पर लगातार ट्रोल किया जा रहा है और उन्हें ‘वोक’ बताया जा रहा है यानि कि ऐसा व्यक्ति जो जागरूक हो.

ट्विटर पर लोगों द्वारा निशाना बनाए जाने के बाद ब्रिगेडियर लिड्डर की बेटी आशना ने अपना अकाउंट डिलीट कर दिया. हालांकि कई नेताओं, पत्रकारों और सिविल सोसाइटी से जुड़े लोगों ने आशना का समर्थन किया.

शुक्रवार को जब ब्रिगेडियर एलएस लिड्डर को सैन्य सम्मान के साथ विदाई दी जा रही थी तब उनका परिवार दिल्ली कैंट के बरार सक्वायर में मौजूद था. लिड्डर की पत्नी और बेटी ने इस गंभीर और पीड़ादाई क्षण में जो हिम्मत दिखाई उसकी हर किसी ने सराहना की.

ब्रिगेडियर लिड्डर की 17 वर्षीय बेटी आशना लिड्डर ने शुक्रवार को कहा था, ‘मैंने अपने जीवन के 17 साल उनके साथ बिताए हैं. शायद यही किस्मत में था. हम अच्छी यादों के साथ अपना जीवन आगे बढ़ाएंगें. ये एक बड़ा राष्‍ट्रीय क्षति है. मेरे पापा हीरो थे, मेरे अच्छे दोस्त थे. वो बहुत खुशमिज़ाज़ इंसान थे, सब से बड़े मोटिवेटर थे, मेरी हर बात मानते थे.’

कुन्नूर में हुए हेलिकॉप्टर हादसे में सीडीएस बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत, ब्रिगेडियर एलएस लिड्डर समेत 13 लोगों की मौत हो गई. सिर्फ ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ही अभी जीवित हैं जिनका बेंगलुरू में इलाज चल रहा है.

भारतीय वायु सेना ने एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह के नेतृत्व में ट्राई-सर्विस जांच का आदेश दिया है और कहा है कि जल्द ही इसे पूरा किया जाएगा.


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आशना लिड्डर को क्यों किया जा रहा है ट्रोल

ट्विटर पर आशना लिड्डर के एक ट्वीट का स्क्रीनशॉट वायरल हो रहा है जिसमें उन्होंने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा और उन्हें राज्य में मच रहे उत्पाद को ठीक करने को कहा है.

पिछले दिनों लखीमपुर खीरी जाते हुए प्रियंका गांधी को हिरासत में लिया गया था जिसके बाद वो वहां झाड़ू लगाती हुई नज़र आईं थीं. इस पर योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि जनता ने प्रियंका को इसी लायक छोड़ा है यानि की झाड़ू लगाने लायक.

इस पर ही ब्रिगेडियर लिड्डर की बेटी आशना ने ट्वीट किया था, जो ट्विटर पर वायरल हो रहा है. उन्होंने लिखा था, ‘जब सोकर उठी तो योगी आदित्यनाथ विपक्ष को नजरअंदाज कर रहे थे. मैं समझ गई हूं, ये राजनीति है. लेकिन ये बहुत ही खराब है और ये कहना सही नहीं है कि वो केवल फर्श साफ करने लायक ही रह गई हैं. योगी पहले यूपी में मच रहे उत्पाद को ठीक करे.’

कहा जा रहा है कि इसी ट्वीट के कारण आशना को ट्रोल किया जा रहा है जिस वजह से उसने अपना अकाउंट हटा लिया है.


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आशना लिड्डर के समर्थन में आए लोग

शुक्रवार शाम को जब आशना लिड्डर का ट्विटर अकाउंट नजर नहीं आ रहा था तब कई नेताओं, पत्रकारों ने ट्रोल्स पर निशाना साधा और ब्रिगेडियर की बेटी का समर्थन किया.

शिवसेना नेता और राज्य सभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्वीट कर कहा, ’17 वर्षीय लड़की, जो इस दुख में भी हिम्मत रखे हुए है, ने अपने पिता का अंतिम संस्कार किया है, जो कि एक शानदार आर्मी ऑफिसर थे. उसे अपने विचारों को लेकर ट्रोल किया जा रहा है. इस कारण उसे अपना अकाउंट डिलीट करना पड़ा. आप कितना नीचे गिरेंगे.’

पी चिदंबरम के बेटे कार्ती चिदंबरम ने भी आशना लिड्डर का समर्थन किया और कहा, ‘झूठे ‘देशभक्तों और राष्ट्रवादियों’ पर धिक्कार है, जिन्होंने एक युवा शिक्षित और विचारशील लड़की को ट्विटर से हटने को मजबूर कर दिया.’

कांग्रेस नेता गौरव पंढी ने लिखा, योगी आदित्यनाथ और भाजपा विरोधी विचारों के लिए शातिर मोदी भक्तों ने शहीद ब्रिगेडियर एलएस लिड्डर की साहसी बेटी आशना को ट्रोल किया और गाली दी. इसके बाद आशना ने अपना अकाउंट डिएक्टिवेट कर दिया. ये सब उस समय हो रहा था जब उनके पिता का अंतिम संस्कार हो रहा था. ये आरएसएस का फर्जी राष्ट्रवाद है.

भारतीय युवा कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने ट्वीट कर कहा, ‘हम दो भारत में रहते हैं. एक वो जहां 17 वर्षीय साहसी आशना लिड्डर को ट्विटर अकाउंट डिलीट करने पर मजबूर किया जाता है और भाजपा-विरोध विचार रखने पर भाजपा के ट्रोल्स द्वारा राष्ट्रविरोधी कहा जाता है. और दूसरा वो जहां सत्तारूढ़ पार्टी द्वारा इन ट्रोल्स को राष्ट्रभक्त कहा जाता है.’


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‘इन सर्च ऑफ ए टाइटल’

आशना लिड्डर ने ‘इन सर्च ऑफ ए टाइटल ‘ नाम से एक किताब भी लिखी है जिसका फॉरवर्ड सीडीएस बिपिन रावत ने लिखा था.

बिपिन रावत ने लिखा था, ‘आशना ने कविताओं के माध्यम से मानवता की भावना को समाहित किया है. एक सैन्य परिवार में पली-बढ़ी, उसने अपने जैसी स्थिति में हर बच्चे की तरह उतार-चढ़ाव का अनुभव किया है. शब्द और वाक्यांश उसके विश्वास की अभिव्यक्ति हैं और निश्चित रूप से वो उभरती हुई कवियित्री हैं.’


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