नई दिल्लीः कुन्नूर के पास एक दुखद हेलीकॉप्टर दुर्घटना में जान गंवाने वाले प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और ब्रिगेडियर एल एस लिद्दर और कुछ अन्य के पार्थिव शरीर बृहस्पतिवार को राष्ट्रीय राजधानी लाये गए.
पार्थिव शरीरों को भारतीय वायुसेना के सी-130 जे विमान से दिल्ली लाया गया, जो शाम करीब 7:35 बजे पालम हवाई अड्डे पर उतरा. अधिकारियों ने कहा कि अभी तक केवल जनरल रावत, मधुलिका रावत और ब्रिगेडियर एल एस लिद्दर के पार्थिव शरीरों की पहचान की जा सकी है. उन्होंने कहा कि केवल पहचान किये गए पार्थिव शरीर ही बुधवार को दुखद हेलीकॉप्टर दुर्घटना में जान गंवाने वालों के परिजनों को सौंपे जाएंगे.
जनरल रावत, उनकी पत्नी और ब्रिगेडियर लिद्दर के अलावा, एमआई-17 वी5 हेलीकॉप्टर दुर्घटना में सशस्त्र बल के 10 जवानों की मृत्यु हो गई थी. यह हेलीकॉप्टर दुर्घटना गत कुछ दशकों में भारत में हुई बड़ी हवाई दुर्घटनाओं में से एक है जिनमें वरिष्ठ सैन्य अधिकारी सफर कर रहे थे.
दुर्घटना में मारे गए अन्य कर्मियों में लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, विंग कमांडर पी एस चौहान, स्क्वाड्रन लीडर के सिंह, जेडब्ल्यूओ दास, जेडब्ल्यूओ प्रदीप ए, हवलदार सतपाल, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेंद्र कुमार, लांस नायक विवेक कुमार और लांस नायक साई तेजा शामिल हैं.
बता दें कि सीडीएस जनरल बिपिन रावत को शुक्रवार को लोगों द्वारा श्रद्धांजलि दिए जाने के लिए सीडीएस कारज मार्ग आवास पर दिन के 11 बजे से साढ़े बारह बजे का समय निर्धारित किया गया है. जबकि सेना के लोग उन्हें इसके बाद साढ़े बारह बजे से डेढ़ बजे के बीच श्रद्धांजलि दे सकेंगे. इसके बाद उनके पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए दिल्ली कैंट ब्रार स्क्वायर के लिए गन कैरिएज में ले जाया जाएगा.
जबकि ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर का अंतिम संस्कार दिल्ली कैंट एरिया में कल सवा नौ बजे किया जाएगा.
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