उत्तराखंड में चार धाम मंदिर बोर्ड बिल का वापस होना दुर्भाग्यपूर्ण है. जो मंदिर सरकार समर्थित बोर्ड्स और ट्रस्ट द्वारा चलाए जाते हैं उसे पारदर्शी होना चाहिए. मंदिर के पैसे का इस्तेमाल इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास में किया जाना चाहिए. वैष्णो देवी मंदिर ट्रस्ट और तिरुपति देवास्थानम बोर्ड्स के साथ जगमोहन ऐसा कर के दिखा चुके हैं.