नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को यूपी के सिद्धार्थनगर से 2,329 करोड़ रुपये की लागत से नवनिर्मित 9 मेडिकल कालेजों का लोकार्पण किया.
प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘9 नए मेडिकल कालेजों के निर्माण से, करीब ढाई हज़ार नए बेड्स तैयार हुए हैं, 5 हज़ार से अधिक डॉक्टर और पैरामेडिक्स के लिए रोज़गार के नए अवसर बने हैं. इसके साथ ही हर वर्ष सैकड़ों युवाओं के लिए मेडिकल की पढ़ाई का नया रास्ता खुला है.’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘योगी सरकार से पहले यहां जो सरकार थी, उसने अपने कार्यकाल में UP में सिर्फ 6 मेडिकल कालेज बनवाये थे. योगी आदित्यनाथ के कार्यकाल में 16 मेडिकल कालेज शुरू हो चुके हैं और 30 नए मेडिकल कालेजों पर तेजी से काम चल रहा है.’
पीएम ने केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना के फायदे को बताते हुए कहा कि यहां UP में भी 90 लाख मरीजों को आयुष्मान भारत के तहत मुफ्त इलाज मिला है. आयुष्मान भारत की वजह से इन गरीबों के करीब एक हजार करोड़ रुपये इलाज में खर्च होने से बचे हैं.
बीते वर्षों में डबल इंजन की सरकार ने हर गरीब तक बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने के लिए बहुत ईमानदारी से प्रयास किया है.
उन्होंने कहा हमने देश में नई स्वास्थ्य नीति लागू की, ताकि गरीब को सस्ता इलाज मिलें और उसे बीमारियों से भी बचाया जा सके.
मोदी ने डबल इंजन की सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए कहा कि ‘यहां उत्तर प्रदेश में भी 2017 तक सरकारी मेडिकल कालेजों में मेडिकल की सिर्फ 1900 सीटें थीं. जबकि डबल इंजन की सरकार में पिछले चार साल में ही 1900 सीटों से ज्यादा मेडिकल सीटों की बढ़ोत्तरी की गयी है.’
प्रधानमंत्री ने कहा 2014 से पहले हमारे देश में मेडिकल की सीटें 90 हज़ार से भी कम थीं. बीते 7 वर्षों में देश में मेडिकल की 60 हज़ार नई सीटें जोड़ी गई हैं.
‘सालों-साल तक या तो बिल्डिंग ही नहीं बनती थी, बिल्डिंग होती थी तो मशीनें नहीं होती थीं, दोनों हो गईं तो डॉक्टर और दूसरा स्टाफ नहीं होता था. ऊपर से गरीबों के हजारों करोड़ रुपए लूटने वाली भ्रष्टाचार की साइकिल चौबीसों घंटे अलग से चलती रहती थी.’
यूपीए और सपा सरकार पर साधा निशाना
पीएम मोदी ने यूपीए सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि 7 साल पहले जो दिल्ली में सरकार थी और 4 साल पहले जो यहां यूपी में सरकार थी, वो पूर्वांचल में क्या करते थे? जो पहले सरकार में थे, वो वोट के लिए कहीं डिस्पेंसरी की, कहीं छोटे-मोटे अस्पताल की घोषणा करके बैठ जाते थे.
पीएम ने सवाल किया कि क्या कभी किसी को याद पड़ता है कि यूपी के इतिहास में कभी एक साथ इतने मेडिकल कालेज का लोकार्पण हुआ हो? पहले ऐसा क्यों नहीं होता था और अब ऐसा क्यों हो रहा है, इसका एक ही कारण है- राजनीतिक इच्छाशक्ति और राजनीतिक प्राथमिकता.
जब लोगों ने योगी आदित्यनाथ को सेवा का मौका दिया तो कैसे उन्होंने दिमागी बुखार को बढ़ने से रोक दिया, इस क्षेत्र के हजारों बच्चों का जीवन बचा लिया.
सरकार जब संवेदनशील हो, गरीब का दर्द समझने के लिए मन में करुणा का भाव हो तो इसी तरह काम होता है. यूपी के भाई-बहन भूल नहीं सकते कि कैसे योगी जी ने संसद में यूपी की बदहाल मेडिकल व्यवस्था की व्यथा सुनाई थी.
उन्होंने कहा कि जिस पूर्वांचल की छवि पिछली सरकारों ने खराब कर दी थी, जिस पूर्वांचल को दिमागी बुखार से हुई दुखद मौतों की वजह से बदनाम कर दिया गया था, वही पूर्वांचल, वही उत्तर प्रदेश, पूर्वी भारत को सेहत का नया उजाला देने वाला है.
यूपी और पूर्वांचल में आस्था, अध्यात्म और सामाजिक जीवन से जुड़ी बहुत विस्तृत विरासत है. इस विरासत को स्वस्थ, सक्षम और समृद्ध उत्तर प्रदेश के भविष्य के साथ भी जोड़ा जा रहा है.
सिद्धार्थनगर में मेडिकल कालेज का नाम स्व. माधव प्रसाद त्रिपाठी के नाम पर
सिद्धार्थनगर के नए मेडिकल कालेज का नाम माधव बाबू के नाम पर रखना उनके सेवाभाव के प्रति सच्ची कार्यांजलि है. माधव बाबू का नाम यहां से पढ़कर निकलने वाले युवा डॉक्टरों को जनसेवा की निरंतर प्रेरणा भी देगा.
आज केंद्र में जो सरकार है, यहां यूपी में जो सरकार है, वो अनेकों कर्मयोगियों की दशकों की तपस्या का फल है.
सिद्धार्थनगर ने भी स्वर्गीय माधव प्रसाद त्रिपाठी जी के रूप में एक ऐसा समर्पित जनप्रतिनिधि देश को दिया, जिनका अथाह परिश्रम आज राष्ट्र के काम आ रहा है.
सिद्धार्थनगर में यूपी के 9 मेडिकल कालेजों का लोकार्पण हो रहा है, इसके बाद पूर्वांचल से ही पूरे देश के लिए बहुत जरूरी मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर की बड़ी योजना शुरू होने जा रही है.
पीएम ने कहा आज का दिन पूर्वांचल के लिए, पूरे उत्तर प्रदेश के लिए आरोग्य की डबल डोज लेकर आया है, आपके लिए एक उपहार लेकर आया है.