इंडिया टूडे के मूड ऑफ द नेशन सर्वे से यही बात निकलती है कि अब लोगों के दिमाग में राष्ट्रवाद और पहचान से इतर अर्थव्यवस्था का मुद्दा है. आमदनी में कमी, बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी और भविष्य को लेकर निराशा ने बड़ी आबादी को प्रभावित किया है. यह मोदी सरकार के लिए उसके आठवें बरस में चेतावनी है.