शिलांग : मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड के. संगमा के आवास पर रविवार रात अज्ञात बदमाशों ने पेट्रोल बम फेंक दिया. पुलिस अधिकारी ने कहा कि घटना रात करीब सवा दस बजे हुई, जब वाहन पर सवार होकर आए उपद्रवियों ने ऊपरी शिलांग के थर्ड माइल में स्थित मुख्यमंत्री के निजी आवास के परिसर में पेट्रोल से भरी दो बोतलें फेंक दीं.
जिले के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है.
मुख्यमंत्री संगमा ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है और कुछ लोग गिरफ्तार किए गए हैं.
In the last few weeks, IED bombs were planted in certain locations including in Shillong. During an incident that took place in Shillong, few people were injured. An inquiry began regarding people involved & police arrested many people: Meghalaya CM Conrad Sangma (15.08) pic.twitter.com/1UDyzaj0P3
— ANI (@ANI) August 15, 2021
अधिकारी ने कहा कि पहली बोतल परिसर के अगले हिस्से में, जबकि दूसरी बोतल पिछले हिस्से में फेंकी गई. हालांकि, चौकीदार ने आग तुरंत बुझा दी.
स्वतंत्रता दिवस पर राज्य की राजधानी और आसपास के इलाकों में तोड़फोड़ और आगजनी के बाद राज्य सरकार ने शिलांग में कर्फ्यू लगा दिया है और कम से कम चार जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं पर पाबंदी लगा दी गई है.
मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने कहा कि पिछले कुछ हफ्तों में शिलांग समेत कुछ जगहों पर आईईडी बम लगाए गए हैं. शिलांग में हुई एक घटना के दौरान कुछ लोग घायल हो गए. इसमें शामिल लोगों की जांच शुरू हुई और पुलिस ने कई लोगों को गिरफ्तार किया है.
इसी बीच 10 अगस्त को लैतुमखरा में एक और धमाका हुआ था. पुलिस को बड़ी संख्या में लोगों के शामिल होने, समेत एक शख्स के मारे जाने के विश्वसनीय और ठोस सबूत मिले.
मेघालय सीएम ने कहा खासी हिल्स के एसपी ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) के आदेश के अनुसार 48 घंटे के भीतर (चेरिस्टरफील्ड थांगख्यू के आवास पर छापेमारी के बाद) रिपोर्ट सौंप दी है. इसके बाद मजिस्ट्रियल जांच होगी. एनएचआरसी इस मामले को देखेगा.
इस बीच, मेघालय के गृह मंत्री लखमेन रिंबुई ने शिलांग में एक पूर्व उग्रवादी को पुलिस द्वारा गोली मारने के मामले में हुई हिंसा के बीच इस्तीफा दे दिया है.
रिंबुई ने मुख्यमंत्री से आत्मसमर्पण करने वाले प्रतिबंधित हाइनीवट्रेप नेशनल लिबरेशन काउंसिल के स्वयंभू महासचिव चेरिस्टरफील्ड थांगखियू को गोली मारने के मामले की न्यायिक जांच करने का भी आग्रह किया.
थांगखियू की 13 अगस्त को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जब वह राज्य में हुए सिलिसिलेवार आईईडी धमाकों के संबंध में अपने घर पर छापेमारी के दौरान पुलिस टीम पर कथित रूप से चाकू से हमला करने की कोशिश कर रहा था.