काबुल: अफगान प्रेसीडेंसियल पैलेस में रविवार को बातचीत में अफगान सरकार द्वारा तालिबान को सत्ता सौंपने को लेकर बातचीत जारी है, अली अहमद जलाली को नए अंतरिम प्रमुख के रूप में नियुक्त किया जाएगा. सूत्रों ने यह जानकारी दी है.
खामा प्रेस न्यूज एजेंसी ने बताया कि राष्ट्रीय सुलह के लिए उच्च परिषद के प्रमुख अब्दुल्ला अब्दुल्ला इस प्रक्रिया में मध्यस्थता कर रहे हैं. सूत्रों ने यह भी कहा है कि नई अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में अली अहमद जलाली को नियुक्त किया जाएगा.
इस बीच, आंतरिक और विदेश मामलों के कार्यवाहक मंत्रियों अब्दुल सत्तार मिर्जाकवाल ने अलग-अलग वीडियो क्लिप में आश्वासन दिया कि काबुल के लोगों को सुरक्षित किया जाएगा क्योंकि वे अंतरराष्ट्रीय सहयोगियों के साथ शहर की रक्षा कर रहे हैं.
मिर्जाकवाल ने कहा कि काबुल पर हमला नहीं किया जाएगा और हस्तांतरण शांतिपूर्ण ढंग से होगा. मिर्जाकवाल ने काबुल निवासियों को आश्वासन दिया कि सुरक्षा बल शहर की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे.
इससे पहले, तालिबान ने एक बयान में काबुल के निवासियों को न डरने का आश्वासन दिया, जिसमें कहा कि उनका इरादा अफगान राजधानी में सैन्य रूप से प्रवेश करने का नहीं है और काबुल की ओर शांतिपूर्ण तरीके से बढ़ेंगे.
टोलो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार तालिबान ने अब अपने सदस्यों को काबुल गेट के पास इंतजार करने और शहर में प्रवेश करने का प्रयास नहीं करने का आदेश दिया है.
इस बीच, रूस, भागीदारों के साथ, अफगानिस्तान के मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की एक आपातकालीन बैठक बुलाने के लिए जुट गया है, अफगानिस्तान के लिए रूस के विशेष प्रतिनिधि ज़मीर काबुलोव ने रविवार को स्पुतनिक को बताया.
वहीं इससे पहले अफगानिस्तान के एक अधिकारी ने बताया कि तालिबान के वार्ताकार सत्ता के ‘हस्तांतरण’ की तैयारी के लिए राष्ट्रपति के आवास जा रहे हैं.
अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर रविवार को बताया कि इस मुलाकात का उद्देश्य तालिबान को शांतिपूर्ण तरीके से सत्ता सौंपना है.
तालिबान ने कहा कि उनकी ताकत के बल पर सत्ता लेने की योजना नहीं है.
काबुल को जबरदस्ती कब्जे में लेने की योजना नहीं, शांतिपूर्ण हस्तांतरण का इंतजार: तालिबान
वहीं इससे पहले तालिबान ने एक बयान में कहा कि उनकी काबुल को ‘जबरदस्ती’ अपने कब्जे में लेने की योजना नहीं है.
अफगानिस्तान के तीन अधिकारियों ने एसोसिएटेड प्रेस को बताया कि तालिबान ने राजधानी काबुल के बाहरी इलाकों में रविवार को प्रवेश कर लिया है.
चरमपंथियों की देश पर मजबूत होती पकड़ के बीच, घबराए सरकारी कर्मचारी दफ्तरों को छोड़कर भाग निकले. इसी दौरान अमेरिकी दूतावास पर हेलीकॉप्टर आ गए हैं.
अधिकारियों ने बताया कि तालिबान के लड़ाके कलाकान, काराबाग और पघमान जिलों में मौजूद हैं.
चरमपंथियों ने इससे पहले जलालाबाद पर कब्जा किया था.
काबुल में गोलीबारी की रूक-रूककर आ रही आवाज के बीच तालिबान ने काबुल को ‘जबरदस्ती’ अपने कब्जे में नहीं लेने का संकल्प लिया. तालिबान के प्रवक्ता ने कहा कि वो शांतिपूर्ण हस्तांतरण का इंतजार कर रहे हैं.
तालिबान ने कहा, ‘किसी की भी जान, संपत्ति, सम्मान को नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा और काबुल के नागरिकों की जिंदगी पर खतरा नहीं होगा.’
(एएनआई और भाषा के इनपुट्स के साथ)