कोविड की रोकथाम संबंधी उपायों 31 अगस्त तक बढ़ाने का सरकार का निर्णय समझदारी भरा है. हालांकि, भारत में दूसरी लहर के पीक पर पहुंचने के बाद नए मामलों में कमी आई है, लेकिन इसमें लगातार 37 दिनों तक स्थिरता बनी रहना एक गंभीर चिंता का विषय है. धीमे टीकाकरण और लॉकडाउन में छूट के साथ इंफेक्शन डाटा पर गहन नजर रखी जानी चाहिए ताकि तीसरी लहर के कहर से बचा जा सके.
विविधता को लेकर भारत की प्रतिबद्धता पर ब्लिंकन के सवाल से पता चलता है कि डेमोक्रेट्स, रिपब्लिकन से किस मामले में अलग हैं
जो बाइडन ने भारत को लेकर अपनी नीति वहीं से शुरू की है जहां ट्रंप ने इसे छोड़ा था, जबकि उनके विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन अभी यह जता रहे हैं कि डेमोक्रेट्स उनसे किस मामले में अलग हैं. ओबामा की तरह वे भारत की विविधता को लेकर प्रतिबद्धता और बहु संस्कृति को लेकर बिना संकोच के सवाल कर रहे हैं. यह अच्छा है कि वे बात कर रहे हैं, और दोस्त के रूप में खुले तौर पर अभी भी बेहतर हैं.