भारतीय सेना के थिएटराइजेशन को सुदृढ़ करने के लिए एक विशेषज्ञ समिति का गठन स्वागत योग्य कदम है. हालांकि इसमें कोई संदेह नहीं है कि आगे सुधार की आवश्यकता हो सकती है, एक मजबूत नींव तैयार करना महत्वपूर्ण है क्योंकि संयुक्त युद्ध लड़ने का दृष्टिकोण ही आगे का रास्ता है.