नई दिल्ली: वैश्विक आपदा की चुनौतियों से छत्तीसगढ़ अपनी रणनीतिक कौशल से उबरने में लगा है. देश और दुनिया के साथ ही कोविड-19 की दूसरी लहर की भयावहता छत्तीसगढ़ में भी नजर आ रही है. लेकिन छत्तीसगढ़ देश के अन्य बड़े राज्यों के मुकाबले बेहतर तरीके से इस लड़ाई को जारी रखे है.
सरकार के मजबूत इरादों और जनहितकारी फैसलों से प्रदेश इस महामारी से जल्द ही उबर जाएगा, इसकी उम्मीद की जा रही है. भारत सरकार की साइट के मुताबिक 7,56,427 एक्टिव केसेज हैं जिनमें से 6,27051 लोगों को क्योर किया जा चुका है और 9009 लोगों की मौत हो चुकी है.
इस महामारी के विरूद्ध लड़ाई के मुख्य हथियार टेस्टिंग, ट्रेसिंग और वैक्सीनेशन पर प्रदेश सरकार ने पूरा जोर दिया है.
प्रदेश में रिकवरी की दर 82.3 प्रतिशत है, जो कि कई बड़े राज्यों की तुलना में कहीं ज्यादा है.
छत्तीसगढ़ में प्रतिदिन टेस्टिंग का आंकड़ा 2069 प्रति मिलियन है. यह आंकड़ा कई बड़े राज्यों और देश के औसत की तुलना में बेहतर है. प्रदेश में महामारी को देखते हुए प्रतिदिन टेस्ट की संख्या 59 हजार तक बढ़ाई जा चुकी है. वहीं कोविड पॉजिटिव व्यक्ति पर औसत 7 व्यक्तियों को ट्रैक और टेस्ट किया जा रहा है.
प्रदेश सरकार ने कोविड से निपटने की प्रतिबद्धता दिखाई और कम समय में ही संसाधनों का विकास किया. राज्य में 6 मेडिकल कॉलेज और एम्स रायपुर सहित 37 डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल तथा कुल 154 कोविड केअर सेन्टर तैयार किये गए. राज्य के प्रत्येक जिले में डेडिकेटेड कोविड अस्पताल स्थापित किया गया है. इन अस्पतालों में खाली बेड की जानकारी के लिए ऑनलाइन वेबसाइट बनाई गई है. cgcovidjansahayta.com पर हॉस्पिटल में बेड की उपलब्धता की जानकारी आसानी से प्राप्त हो रही है.
ऑक्सीजेनेटेड बेड की संख्या बढ़ाए जाने हेतु राज्य में 15 नए ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट्स स्थापित किए गए हैं. कोविड मरीजों को घर पर ही ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराई जा रही है. प्रदेश ने स्वयं के साथ ही इस आपदा में अन्य राज्यों को भी ऑक्सीजन की आपूर्ति में सहयोग प्रदान किया है.
राज्य कोविड टीकाकरण के मामले में भी कई राज्यों से आगे है. प्रदेश में 55 लाख 71 हजार से ज्यादा डोज़ वैक्सीन लगाए जा चुके हैं. छत्तीसगढ़ में 45 साल से अधिक उम्र और फ्रंट लाइन वर्कर को मिलाकर 72 प्रतिशत टीकाकरण हो चुका है. स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के टीकाकरण के मामले में पूरे देश में दूसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन छत्तीसगढ़ का है. वहीं 45 वर्ष से अधिक आयु समूह के टीकाकरण में छत्तीसगढ़ राज्य का स्थान चौथा है. इसके अलावा फ्रंट लाइन वर्कर्स के टीकाकरण में पूरे देश में छत्तीसगढ़ का 6वां सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है.
वर्तमान में राज्य में प्रतिदिन औसतन 2.13 लाख लोगों का टीकाकरण किया जा रहा है. राज्य में 18-44 आयु वर्ग के 1.34 करोड़ लोगों को निशुल्क वैक्सीन लगाई जायेगी. प्रदेश सरकार ने इसके लिए 25-25 लाख डोज़ कोवैक्सीन और कोविशील्ड की मांग की है. मांग के अनुसार वैक्सीन उपलब्ध न होने पर प्रदेश सरकार ने सामाजिक और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को टीकाकरण में सर्वोच्च प्राथमिकता देने की पहल की है.
टीकाकरण से कोई वंचित न रह जाए इसके लिए मुख्यमंत्री श्री बघेल ने ऑन साइट रजिस्ट्रेशन की मांग भी प्रधानमंत्री से की थी.
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