नई दिल्ली: भारत में कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप से स्वास्थ्य व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने लगी है. देश में कई जगहों पर वैक्सीन की किल्लत,ऑक्सीजन और बेड्स कमी की शिकायतें आ रही हैं. देश में चरमरा रही स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर कांग्रेस ने सरकार पर निशाना साधा है.
देश के लगभग हर राज्य से वैक्सीन, दवा, ऑक्सीजन और बेड्स की कमी की शिकायतें आ रही हैं. कांग्रेस पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी ने बुधवार को मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला. प्रियंका ने कहा, ‘आज देशभर से रिपोर्ट आ रही हैं कि वैक्सीन, बेड, ऑक्सीजन, रेमडेसिविर, वेंटिलेटर की कमी है. समझ में ही नहीं आ रहा कि ये सरकार क्या कर रही है?’
‘श्मशान घाटों पर इतनी भीड़ लगी है, लोग कूपन लेकर खड़े हैं. हम इस स्थिति में सोच रहे हैं कि हम क्या करें. जो सरकार को करना चाहिए था, वो सरकार नहीं कर रही है.’
‘प्लानिंग की कमी’
प्रियंका ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि यह सरकार की प्लानिंग की कमी है. उन्होंने कहा ‘ पहली वेब और दूसरी वेब के बीच हमारे पास तैयारी करने के कई महीने थे. भारत की ऑक्सीजन प्रोडक्शन कैपेसिटी दुनिया में सबसे बड़ी है, ऑक्सीजन को ट्रांसपोर्ट करने की सुविधा नहीं बनाई गई.’
सरकार पर वैक्सीन की कमी के लिए ठोस रणनीति नहीं होने का आरोप लगाते हुए प्रियंका ने कहा कि रेमडिसिवर इंजेक्शन की कमी क्यों हो गई?
कांग्रेस महासिचव ने कहा कि जनवरी-फरवरी में 6 करोड़ टीके को निर्यात करने की क्या जरूरत थी. उस वक्त तो सिर्फ 3 से 4 करोड़ लोगों का वैक्सीनेशन हुआ था. आखिरी भारतीयों को प्राथमिकता क्यों नहीं दी गई?
प्रियंका ने मोदी सरकार से सवाल किया कि ऑक्सीजन उत्पादन करने के मामले में भारत दुनिया में सबसे ऊपर है, फिर भी यहां पर ऑक्सीजन की कमी क्यों है?
प्रियंका गांधी ने सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि यह कितना दुखद है कि देश में ऑक्सीजन की उपलब्धता होते हुए भी केवल 2000 ट्रक ही ऑक्सीजन का परिवहन कर सकते हैं. आज जिस जगह ऑक्सीजन की जरूरत है वहां पर नहीं पहुंच पा रही है.
उन्होंने कहा कि आपके पास 7 से 8 महीने का वक्त था, जानकारों ने दूसरी लहर के बारे में सचेत भी किया था, लेकिन आपने इस पर ध्यान देना उचित नहीं समझा. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की उदासीनता की वजह से कोरोना संक्रमण का फैलाव इतनी तेजी से देश में हो रहा है.
प्रियंका गांधी ने कहा, ‘देश इस समय महामारी से जूझ रहा है यह राजनीति करने का वक्त नहीं है. पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने पीएम को जो सुझाव दिया है उस पर काम करने की जरूरत है. ‘
सरकार विपक्ष से बात करने को तैयार नहीं
कांग्रेस महासचिव न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा, ‘ यह वक्त तूं-तूं मैं-मैं करने की जरूरत नहीं है. इस महामारी ने किसी को नहीं छोड़ा..’
उन्होंने आगे कहा, ‘ये सरकार दुबई में ISI से बात कर सकती है, विपक्ष के नेताओं से बात नहीं कर सकती? मैं नहीं मानती कि आज विपक्ष का एक भी नेता ऐसा है जो इन्हें पाजिटिव और रचनात्मक तरीके से सुझाव नहीं दे रहा है.’
प्रियंका गांधी वाड्रा, ‘ मैं सकारात्मक तरीके से कह रही हूं कि भगवान के लिए सरकार कुछ करे. उनके पास जितने संसाधन हैं उन्हें वो कोरोना की लड़ाई में लगाएं.’ ‘अगर केंद्र सरकार अपना मन बनाए तो अभी भी ऑक्सीजन की सुविधा बनाई जा सकती है.’