कोविड के बढ़ते मामलों के बीच मोदी सरकार को अपने अभिमान को अलग रख स्वीकृत टीकों के आयात को मंजूरी देनी चाहिए. इस खतरनाक समय में एक अतिरिक्त डोस भी जिंदगी बचा सकती है. वैक्सीन के वैश्विक महाशक्ति का एक हताश आयातक में सिमटने के लिए कौन जिम्मेदार है, इस मुद्दे को बाद में देखना चाहिए.