भोपाल/पुणे/ छत्तीसगढ़: कोरोनावायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों को गंभीरता से लेते हुए मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और छत्तीसगड़ की सरकार ने कई जिलों और शहरों में लॉकडाउन लगा दिया है.
मध्य प्रदेश सरकार ने जहां चार शहरों जिसमें छिंदवाड़ा, रतलाम, खरगौन और बैतूल में लॉकडाउन लगाने का फैसला लिया है वहीं महाराष्ट्र के पुणे में 7 दिनों के लिए और छत्तीसगढ़ के दुर्ग में लॉकडाउन लगाने की घोषणा की है.
पुणे डिविजनल कमिश्नर सौरभ राव ने पुणे में लगाए गए लॉकडाउन पर कहा, ‘अगले 7 दिनों तक पुणे जिले में हर तरह के मॉल और सिनेमा हॉल, रेस्टोरेंट, खाने की दुकानें आदि बंद रहेंगे सिर्फ होम डिलीवरी की सुविधा प्रदान की जाएगी. स्कूल-कॉलेज 30 अप्रैल तक बंद हैं. PMPL की बसें भी बंद रहेंगी.’
आधिकारिक तौर पर मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा और रतलाम में लॉकडाउन एक अप्रैल को रात दस बजे से पांच अप्रैल की शाम छह बजे तक तथा बैतूल में दो अप्रैल की रात दस बजे से पांच अप्रैल की शाम छह बजे तक तथा खरगौन में दो अप्रैल की रात आठ बजे से पांच अप्रैल की शाम छह बजे तक लॉकडाउन रहेगा.
इसबीच, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को बताया कि वरिष्ठ अधिकारियों का एक दल भोपाल से उन चार शहरों में भेजा गया है जहां कोरोनावायरस का संक्रमण अधिक फैल रहा है.
चौहान ने कहा कि महाराष्ट्र के सीमावर्ती जिले छिंदवाड़ा में मरीजों की अधिक संख्या को देखते हुए संक्रमण के प्रभावी नियंत्रण के लिए तीन दिन का लॉकडाउन लगाया गया है. इसके अलावा प्रदेश में रविवार का लॉकडाउन जिन शहरों में पूर्व में रहा है वहां यथावत रहेगा.
छिंदवाड़ा जिलाधीश सौरभ कुमार सुमन ने बताया कि छिंदवाड़ा में एक अप्रैल की सुबह दस बजे से पांच अप्रैल की शाम छह बजे तक लॉकडाउन रहेगा.
मुख्यमंत्री ने भोपाल में पौधारोपण के बाद संवाददाताओं से कहा कि खरगोन, बैतूल और रतलाम में अधिकारियों के एक-एक दल को भेजा गया है.
मुख्यमंत्री चौहान ने लोगों से त्यौहार अपने घर पर ही रहकर मनाने तथा सभी पात्र लोगों को टीका लगावाने की भी अपील की.
अधिकारियों ने बताया कि बृहस्पतिवार को छिंदवाड़ा में संक्रमण के 40, खरगोन में 77, रतलाम में 84 और बैतूल में 67 मामले सामने आए.
प्रदेश के स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि मध्यप्रदेश में बृहस्पतिवार को कोरोना के 2,546 नये मामले सामने आये तथा पिछले 24 घंटों में इस बीमारी से 12 लोगों की मौत हो गई. इसके साथ ही प्रदेश में इससे मरने वालो की संख्या बढ़कर 3,998 हो गई है.
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छत्तीसगढ़ के दुर्ग में छह से 14 अप्रैल तक लॉकडाउन
छत्तीसगढ़ में दुर्ग जिला प्रशासन ने जिले में छह अप्रैल से 14 अप्रैल तक लॉकडाउन करने का फैसला किया है.
दुर्ग जिला प्रशासन के अधिकारियों ने शुक्रवार को यहां बताया कि जिले में कोरोना वायरस संक्रमण की स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन ने छह अप्रैल से 14 अप्रैल तक पूरे जिले में लॉकडाउन का निर्णय लिया है.
अधिकारियों ने बताया कि कलेक्टर सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने कहा है कि जिले में संक्रमण के बढ़ते मामलों के बाद यह जरूरी है कि लॉकडाउन के माध्यम से इसे नियंत्रित किया जाए. इसके लिए नागरिकों का सहयोग बेहद जरुरी है.
भुरे ने लोगों से अपील की है कि घर में रहें, सुरक्षित रहें. उन्होंने कहा कि पूर्व में जिले में लॉकडाउन और जन सहयोग से कोरोना वायरस की पहली लहर को रोक पाने में सफलता मिली थी. इस बार भी धैर्य की जरूरत है जिससे कोरोनावायरस संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित किया जा सके.
कलेक्टर ने 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी नागरिकों से नजदीकी टीकाकरण केंद्र पहुंचकर टीका लगवाने का आग्रह किया है. उन्होंने नागरिकों से कहा कि कोरोना के लक्षण उभरते ही जांच कराएं. साथ ही संक्रमण की पुष्टि होने पर चिकित्सक की सलाह के अनुसार कदम उठाएं.
दुर्ग जिले में बृहस्पतिवार तक 40,068 लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि की गई है. 9,883 मरीजों का इलाज किया जा रहा है. जिले में कोरोनावायरस से संक्रमित 754 लोगों की मृत्यु हुई है। जिले में पिछले दो सप्ताह के दौरान 10,295 नए मामले सामने आए हैं.
राज्य में कोरोनावायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि कलेक्टर स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार लॉकडाउन का फैसला कर सकते हैं.
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