नई दिल्ली: भारत में एक दिन में कोविड-19 के 81,466 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की कुल संख्या 1,23,03,131 हो गई. पिछले छह महीने में सामने आए ये सर्वाधिक नए मामले हैं.
आंकड़ों के अनुसार, दो अक्टूबर 2020 को एक दिन में संक्रमण के 81,484 नए मामले सामने आए थे.
कोविड-19 पर काबू पाने के लिए बुलाई है आपात बैठक
बढ़ते कोविड के मामलों को देखते हुए एक ओर जहां केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव 11 राज्यों के प्रतिनिधियों के साथ जहां बैठक कर रहे हैं वहीं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री भी आज राज्य में बढ़ते कोविड के मामले के मद्देनजर उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है.जबकि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी आज आपात बैठक बुलाई है.
दिल्ली में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल स्वास्थ्य मंत्री और संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ ‘तत्काल ‘ बैठक करेंगे ताकि चुनौती को देखते हुए एक कार्ययोजना तैयार की जा सके.
दिल्ली में बृहस्पतिवार को कोविड-19 के 2,790 नए मामले आए जो इस साल एक दिन में आए मामलों में सबसे अधिक है.
स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि इस अवधि में नौ और मरीजों की संक्रमण से मौत हुई है जिन्हें मिलाकर राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 से मरने वालों की संख्या बढ़कर 11,036 हो गई है.
विभाग के मुताबिक संक्रमण दर (जांच किए गए नमूनों के अनुपात में संक्रमित) भी बढ़कर 3.57 प्रतिशत हो गई है।बुधवार को दिल्ली में कोविड के 1,819 नए मामले सामने आए.
मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है, ‘शुक्रवार शाम चार बजे मुख्यमंत्री कार्यालय में आपात बैठक होगी. स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन और विभाग के अन्य अधिकारी मौजूद रहेंगे.’
इसमें कहा गया है कि मुख्यमंत्री महामारी से लड़ने के लिए एक कार्ययोजना तैयार करने पर विचार करेंगे. निषिद्ध क्षेत्रों की संख्या, टीकाकरण अभियान और अस्पताल में बेड की उपलब्धता जैसे मुद्दों पर भी चर्चा की जाएगी.
बयान में कहा गया है कि मुख्यमंत्री दिल्ली के हालात पर नजर बनाए हुए हैं और अधिकारियों से नियमित ताजा जानकारी लेकर रोजाना समीक्षा सुनिश्चित कर रहे हैं.
इसमें कहा गया है कि केजरीवाल द्वारा दिए गए आदेशों के अनुसार, स्वास्थ्य विभाग ने सतर्कता उपायों में वृद्धि की है और कोविड महामारी से निपटने के लिए कई अहम कदम उठाए हैं.
बयान के अनुसार 33 निजी अस्पतालों में सामान्य वार्डों के साथ ही आईसीयू बिस्तर की संख्या में 25 प्रतिशत की वृद्धि की गयी है. निगरानी टीमें जिला स्तर पर स्थिति का कड़ाई से निरीक्षण कर रही हैं.
बयान के अनुसार संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए कम से कम 30 लोगों का पता लगाया जाएगा. इसके साथ ही यह देखा गया है कि कई सार्वजनिक स्थानों पर दिल्ली सरकार के दिशानिर्देशों का पालन नहीं किया जा रहा है तथा कुछ लोग मास्क पहनने को लेकर लापरवाही बरत रहे हैं.
मुख्यमंत्री ने घोषणा की है कि सार्वजनिक स्थानों पर मास्क नहीं पहनने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
बयान के अनुसार मुख्यमंत्री के आदेशों के बाद प्रतिदिन 80,000 जांच करने का लक्ष्य तय किया गया है तथा कोविड टीकाकरण केंद्रों की संख्या बढ़ाकर करीब लगभग 600 कर दी गयी है.
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छह महीने में आए सबसे अधिक मामले
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शुक्रवार सुबह आठ बजे जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण से 469 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 1,63,396 हो गई. इससे पहले छह दिसम्बर को 24 घंटे में संक्रमण से मौत के 482 मामले सामने आए थे.
आंकड़ों के अनुसार, देश में लगातार 23वें दिन नए मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की गई और इसके साथ ही उपचाराधीन मरीजों की संख्या भी बढ़कर 6,14,696 हो गई है, जो कुल मामलों का पांच प्रतिशत है.
देश में अभी तक कुल 1,15,25,039 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं. हालांकि मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर में गिरावट आई है और अब यह 93.67 प्रतिशत है. वहीं, कोविड-19 से मृत्यु दर 1.33 प्रतिशत है.
देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितम्बर को 40 लाख से अधिक हो गई थी.
वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितम्बर को 50 लाख, 28 सितम्बर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवम्बर को 90 लाख रहे और 19 दिसम्बर को ये मामले एक करोड़ के पार चले गए थे.
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार, देश में एक अप्रैल तक 24,59,12,587 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की गई. इनमें से 11,13,966 नमूनों की जांच बृहस्पतिवार को की गई थी.
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