यूएनएचआरसी में श्रीलंका पर हुई वोटिंग में भारत का वोट न करना, सधी हुई दृष्टिकोण को दिखाता है खासकर तमिलनाडु चुनावों के मद्देनज़र. यह तमिल समुदाय के प्रति प्रतिबद्धताओं को पूरा करने का दबाव बनाने के साथ राजपक्षे सरकार को नाराज करने से बचाता है. नई दिल्ली को कोलंबो के साथ लगातार बातचीत जारी रखनी चाहिए ताकि बीजिंग फॉल्टलाइन्स का फायदा न उठा सके.