पाकिस्तान के सीधे-सादे आर्मी चीफ जनरल क़मर जावेद बाजवा को इस्लामाबाद के एक क्लब में अंडे के एक प्लेट ऑमलेट के लिए कतार में खड़े होकर इंतजार करना पड़ा— इस खबर पर आपको रोना नहीं आया तो पता नहीं आपको किस बात पर रोना आएगा. ऐसी ही एक और खबर कैसी रहेगी? टिकटॉक की एक स्टार ने मुफ्ती क़ावी को इसलिए थप्पड़ जड़ दिया क्योंकि वे कथित तौर पर उससे छेड़छाड़ कर रहे थे, नतीजा यह हुआ कि मुफ्ती की उनकी पदवी छिन गई. मेरा दावा है कि इस खबर पर तो आप ज़ार-ज़ार रो रहे होंगे.
एक कहानी ऑमलेट की, और दूसरी कहानी एक थप्पड़ की. पाकिस्तान के अख़बारनवीस कितने हिम्मती हैं कि उन्होंने एक ऐसे शख्स की खाकसारी की खबर दी, जो एक ऑमलेट के लिए प्लेट लिये खड़ा रहा और किसी की मदद नहीं ली. इतिहास में बेशक इसकी मिसाल नहीं मिलती. और पाकिस्तानी टिकटॉकर हरीम शाह ने एक ‘पाक’ बंदे को थप्पड़ मारे जाने की जिस वाकये का जिक्र किया है वह भी इतिहास में आखिरी वाकया नहीं ही होगा.
मुफ्ती अब्दुल क़ावी का विवादों से पुराना रिश्ता रहा है. उनकी जिंदगी दीन, दुनियावी ख़्वाहिशों और मुसीबतों का घालमेल रही है. वे खुद को जन्नत का बंदा बताते हैं, कुछ वैसी हस्ती जो अमेरिकी टीवी सीरियल ‘लूसिफर’ के सेट से सीधे बाहर आ गई हो. क़ावी कई प्रभावशाली ओहदों पर रह चुके हैं— वे रूयत-ए-हिलाल (नये चांद का दीदार) करने वाली सरकारी संस्था के अलावा 2016 तक पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के भी सदस्य रहे हैं. वे टीवी के टॉक शो के नियमित स्टार मेहमान भी रहे हैं. उनकी जिंदगी का मिशन, जैसा कि उनका दावा रहा है, तालीम देना रहा है, लेकिन हर बार उनकी ख्वाहिशें उन पर हावी होती रही हैं. या ऐसा नज़र आता है.
कहा जाता है कि वे एक ‘नेक काम’ कर रहे थे कि उन्हें हरीम शाह की ‘जूतियों से पिटना’ पड़ गया. वैसे, हरीम शाह ने बाद में कहा कि वायरल हुए वीडियो क्लिप में जो आदमी उन्हें थप्पड़ मारता दिखता है वह उनका चचेरा भाई है. यह टिकटॉक स्टार प्रायः इस तरह के दावे करने के लिए खबरों में रहती है कि कई वजीरों की जिंदगी की डोर उसके हाथ में है और यह अक्सर उनके वीडियो या ऑडियो बातचीत लीक करने की धमकी देती रहती हैं. उसकी पहुंच यहीं तक नहीं बल्कि विदेश मंत्रालय तक भी है.
हरीम ने मुफ़्ती का एक वीडियो कॉल भी लीक कर दिया है, जिसमें वे इस स्टार के साथ टॉक शो के लिए सफर करने की योजना बनाते सुने जाते हैं, ‘अगर तुम मुझे अपने खलीफा के तौर पर ले जाना चाहोगी तो मैं रात में रुकने के लिए तैयार हूं. हम सुबह की इबादत तक साथ रहेंगे.’ अंत में मुफ़्ती साहब हरीम से पूछते हैं क्या उसने कलीमा पढ़ी है, और फिर वे उन्हें चूम कर अलविदा कहते हैं. इसे आप दीन और दुनिया का हसीन इम्तिज़ाज (मेल) कह सकते हैं.
مفتی صاحب سُدھر جاؤ ورنہ PC Hotel کراچی کی وڈیوبھی لئیک کرونگئ ..#HareemShah #HareemVsQavi #Hareemshahscandal @kirannaz_KN pic.twitter.com/IAj6siHoX9
— Hareem Shah Official (@hareemshah_12) January 20, 2021
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विवाद और क़ावी का मेल
मुफ्ती क़ावी साहब पहली बार सुर्खियों में तब आए जब पाकिस्तान टेलीविज़न के एक रियलिटी शो में भारत के टीवी शो ‘बिग बॉस’ की प्रतियोगी वीना मलिक के साथ आए. ऊंचे रसूख वाले क़ावी ने मलिक से कहा कि उस रियलिटी शो में वे जिस तरह सामने आईं वह किसी अच्छे मुसलमान के लिए वाजिब नहीं था और उन्होंने पाकिस्तानियों को शर्मिंदा किया. इसके बाद गरम हुई बहस में में मुफ्ती ने, जिन्होंने ‘बिग बॉस’ को टुकड़ों में देखा होगा, ‘बहन’ वीना मलिक के ‘हुस्न-ओ-जमाल’ का बार-बार जिक्र किया. इससे परेशान मलिक ने उन्हें आड़े हाथों लिया कि उनके जैसे मुल्ला मदरसों में बच्चों से बलात्कार पर खामोश क्यों रहते हैं, ‘मुफ्ती साहब, ये क्या बात हुई?’
हिदायतें देने वाले आलिमों के खबरिया चैनलों ने मर्दों के दबदबे वाली कौम के आसान निशाने पर रहीं औरतों के खिलाफ फतवे जारी करके मामले को आगे बढ़ाया. तब से मुफ़्ती क़ावी शो बिजनेस की मशहूर औरतों के खुदमुख्तार इमाम बन बैठे और उन्हें इख्लाक़ियत (नैतिकता) का रास्ता दिखाने लगे जिससे वे भटक गई हैं. इससे फर्क नहीं पड़ता कि मुफ़्ती खुद उस रास्ते से भटक गए. उनके सेल्फी, वीडियो, पाकिस्तानी सोशल मीडिया की मारी जा चुकी स्टार क़ंदील बलोच के साथ उनके टॉक शो और उसकी ‘ऑनर किलिंग’ में उनका नाम लिया जाना, सबने बदतर शक्ल अख़्तियार कर लिया.
क़ंदील ने उन पर आरोप लगाया था कि उन्होंने उसे चूमने और गले लगाने की कोशिश की थी. मुफ़्ती ने उससे कहा था, ‘मुझे मालूम है कि आप पहली ही मुलाक़ात में किसी लड़की को फंसा नहीं सकते. जब हमारा रिश्ता आगे बढ़ता है, हम एक-दूसरे के साथ खुलते जाते हैं.’ क़ंदील के साथ मुफ़्ती के बेजा बरताव पर कई लोगों ने सवाल उठाए थे; और उन्हें नये चाँद का दीदार करने वाली संस्था से निकाल दिया गया, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी ने उनकी सदस्यता रद्द कर दी. क़ंदील की मौत पर उनका बयान था कि ‘मैंने तो उसे माफ कर दिया था लेकिन यह उन लोगों के लिए एक सबक है, जो आलिमों को बदनाम करने की कोशिश करते हैं.’
अल्कोहल को हलाल घोषित करना भी मुफ़्ती की एक कामयाबी है. उनके मुताबिक, वह हरेक ड्रिंक हलाल है जिसमें अल्कोहल 40 फीसदी से कम है, ‘अगर तंबाकू पान हलाल है, तो आज के सारे मशरूब (पेय) हलाल हैं.’ बाकी लोग उनसे इस मामले पर भी उनसे सहमत नहीं थे. क़ावी यह भी सीख देते हैं कि कोरोना महामारी में मियां-बीवी को अपना रिश्ता किस तरह बनाए रखना चाहिए. उनका कहना है कि दोनों अपने दांत साफ करके, नहाने के बाद सेक्स कर सकते हैं. क़ावी का दावा है कि अगर वे ऐसा करेंगे तो उन्हें कोविड-19 वायरस की परवाह करने की जरूरत नहीं होगी. अब पता नहीं कितने जोड़ों ने मुफ़्ती की सलाह पर अमल किया.
तो क्या इस रंगीनमिज़ाज मुफ़्ती का वक़्त पूरा हो गया है? या वे अपनी पुरानी शान फिर से हासिल कर लेंगे अथवा जल्दी ही और ज्यादा मुसीबत में फंसेंगे? वक़्त ही बताएगा.
(लेखक पाकिस्तान की फ्रीलांस पत्रकार है. उनका ट्रिटर हैंडल है @nailainayat.ये उनके निजी विचार है.)
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