मोदी सरकार का 83 एलसीए तेजस विमानों की खरीद का फैसला, भारतीय वायु सेना के सिकुड़ते स्क्वाड्रन के संकट को ध्यान में रखता है. जब हम दूसरे स्वदेशी फाइटर की खुशी मना रहे हैं तब एचएएल और आईएएफ को ये सुनिश्चित करना चाहिए कि ये पहले वाले (एचएफ-24 मारुट) से बेहतर हो. देरी, खराब क्वॉलिटी और ऑपरेशनल समझौतों के लिए आत्मनिर्भरता कोई बहाना नहीं होना चाहिए.