नई दिल्ली: असम, पंजाब, आंध्र प्रदेश और गुजरात में में कुछ दिनों पहले चले वैक्सीनेशन के पूर्वाभ्यास (ड्राई रन)के बाद आज से देश के सभी राज्यों में वैक्सीनेशन दिए जाने की ड्राई रन शुरुआत हो रही है. हालांकि अभी तक सरकार ने आपात स्थिति में भी किसी भी वैक्सीन को लगाए जाने की हरी झंडी नहीं दी है लेकिन वैक्सीन लगाए जाने को लेकर देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में इसे लगाए जाने की तैयारियों के मद्देनजर बड़े पैमाने पर तैयारियां की जा रहा हैं.
जबकि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने (डब्ल्यूएचओ) ने कोरोना वायरस से बचाव के लिए फाइजर-बायोएनटेक के टीके के आपात इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है और अब गरीब देशों को भी ये टीके उपलब्ध हो सकेंगे. अब तक ये टीके यूरोप और उत्तर अमेरिका में ही उपलब्ध थे.
देशों की औषध नियामक एजेंसी किसी भी कोविड-19 टीके के लिए अपनी ओर से मंजूरी देती हैं, लेकिन कमजोर प्रणाली वाले देश आमतौर पर इसके लिए डब्ल्यूएचओ पर निर्भर करते हैं.
आज से दो जनवरी को सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों द्वारा कोविड-19 टीकाकरण का पूर्वाभ्यास (ड्राई रन) किया जाएगा जिससे कि अभियान में आने वाली चुनौतियों की पहचान की जा सके और योजना तथा क्रियान्यवन के बीच की कड़ियों को परखा जा सके.
इस कवायद को सभी राज्यों की राजधानियों में कम से कम तीन सत्र स्थलों पर अंजाम दिए जाने का प्रस्ताव है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि कुछ राज्यों में इस कवायद को ऐसे जिलों में भी अंजाम दिया जाएगा जहां पहुंच आसान नहीं है तथा जहां साजो-सामान संबंधी सुविधाओं की अच्छी व्यवस्था नहीं है.
मंत्रालय ने कहा, ‘कोविड-19 टीकाकरण का पूर्वाभ्यास वास्तविक माहौल में को-विन एप्लीकेशन के इस्तेमाल की अभियानगत संभावना का आकलन करने, योजना और क्रियान्वयन के बीच की कड़ियों को परखने और चुनौतियों की पहचान करने तथा वास्तविक टीकाकरण से पहले मार्ग प्रशस्त करने के उद्देश्य से किया जा रहा है.’
केंद्र सरकार ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से कोविड-19 टीकाकरण का पूर्वाभ्यास शुरू करने की प्रभावी तैयारियां शुरू करने को भी कहा है.
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दिल्ली में इन अस्पतालों में होगा ड्राइ रन
राष्ट्रीय राजधानी में शनिवार को कोविड-19 के टीकाकरण का पूर्वाभ्यास करने के लिए तीन स्थानों का चयन किया गया है.
केंद्र सरकार ने कहा था कि दो जनवरी तक सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में पूर्वाभ्यास पूरा हो जाए ताकि योजना और कार्यान्वयन के बीच जुड़ाव की जांच हो सके और चुनौतियों की पहचान की जा सके.
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘शाहदरा के गुरु तेग बहादुर अस्पताल, दरियागंज का शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और द्वारका का वेंकटेश्वर अस्पताल दिल्ली में तीन स्थान हैं जिनका चयन पूर्वाभ्यास के लिए किया गया है.’
स्वास्थ्य बुलेटिन के मुताबिक, तीन चयनित स्थानों पर कोविड टीकाकरण के लिए होने वाले पूर्वाभ्यास के वास्ते शुक्रवार को दिल्ली के स्वास्थ्य सचिव की अध्यक्षता में एक वीडियो कॉन्फ्रेंस किया गया. इन तीन स्थान एक शाहदरा जिले में, एक दक्षिण पश्चिम जिले में और एक मध्य जिले में है.
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बृहस्पतिवार को सभी राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों के प्रधान स्वास्थ्य सचिवों और अन्य स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक की तथा कोविड-19 टीकाकरण के लिए सत्र स्थलों पर तैयारियों की समीक्षा की.
टीकाकरण शुरू करने की योजना केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा 20 दिसंबर को जारी अभियानगत दिशा-निर्देशों के अनुरूप होगी.
आज से शुरू हो रहे पूर्वाभ्यास (ड्राई रन) में तीन सत्र स्थलों में से प्रत्येक के लिए प्रभारी चिकित्सा अधिकारी 25 लाभार्थियों (स्वास्थ्यकर्मियों) की पहचान करेंगे जिन्हें डमी टीका लगाया जाएगा.
मंत्रालय ने कहा कि राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से यह सुनिश्चित करने को भी कहा गया है कि इन लाभार्थियों का ब्योरा ‘को-विन’ ऐप पर अपलोड हो. ये लाभार्थी पूर्वभ्यास के लिए सत्र स्थलों पर उपलब्ध भी रहेंगे.
राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से यह सुनिश्चित करने को भी कहा गया है कि पर्याप्त स्थान, साजो-सामान संबंधी प्रबंध, इंटरनेट कनेक्टिविटी, बिजली, सुरक्षा, इत्यादि के लिहाज से सभी प्रस्तावित स्थलों का भौतिक सत्यापन किया जाए.
उनसे यह सुनिश्चित करने को भी कहा गया है कि संबंधित स्थलों पर ‘तीन कमरे के ढांचे’ में अलग-अलग प्रवेश और निकास द्वार हों. इसमें जागरूकता संबंधी जानकारी दिखाने और इन स्थलों पर सभी आईईसी सामग्री प्रदर्शित करने के लिए बाहर की तरफ पर्याप्त जगह हो.
सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से टीकाकरण टीमों की पहचान करने और हर तरह से उन्हें प्रशिक्षित करने सहित चिह्नित स्थलों पर सभी मानक संचालन प्रक्रियाओं तथा प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित करने को कहा गया है.
मंत्रालय ने कहा कि पूर्वाभ्यास राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के प्रशासन को प्रशीतन श्रृंखला प्रबंधन सहित टीका आपूर्ति के प्रबंधन, भंडारण और साजो-सामान में भी समर्थ करेगा.
इस उद्देश्य के लिए टीका लगाने के कार्य से जुड़े लगभग 96,000 कर्मियों को प्रशिक्षित किया गया है. कुल 2,360 भागीदारों को राष्ट्रीय प्रशिक्षक प्रशिक्षण में प्रशिक्षित किया गया है, वहीं 719 जिलों में 57,000 से अधिक भागीदारों को जिला स्तर का प्रशिक्षण दिया गया है.
टीका/सॉफ्टवेयर संबंधी किसी भी जानकारी के लिए राज्य हेल्पलाइन 104 भी (1075 के अतिरिक्त) इस्तेमाल की जाएगी.
मंत्रालय ने कहा कि पूर्वाभ्यास का महत्वपूर्ण उद्देश्य टीकाकरण के बाद किसी भी संभावित प्रतिकूल घटनाक्रम के प्रबंधन का भी होगा. इस कवायद में खंड एवं जिला स्तर पर निगरानी भी की जाएगी तथा राज्य कार्यबल फीडबैक की समीक्षा करेगा और इसे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ साझा करेगा.
पहले चरण का पूर्वाभ्यास 28-29 दिसंबर को आंध्र प्रदेश, असम, गुजरात और पंजाब के दो-दो जिलों में किया गया था.
मंत्रालय ने कहा कि इस दौरान कोई बड़ा मुद्दा सामने नहीं आया और सभी राज्यों ने व्यापक स्तर पर कार्यक्रम क्रियान्वयन के लिए अभियानगत दिशा-निर्देशों तथा सूचना प्रौद्योगिकी मंच पर विश्वास व्यक्त किया.
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