नई दिल्ली: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन 26 जनवरी को भारत के गणतंत्र दिवस पर इस बार भारत के मुख्य अतिथि होंगे. 27 नवंबर को एक औपचारिक बातचीत में पीएम नरेंद्र मोदी ने उन्हें भारत आने का न्यौता दिया है. वहीं यूके पीएम ने भारत जल्द आने को लेकर उत्सुकता जताई है. अलग-अलग खबरों से ये जानकारी सामने आई है.
We can’t confirm one way or other, PM Boris Johnson keen to visit India as soon as possible: British High Commission Spokesperson to ANI on reports of India’s invitation to UK PM for Republic Day
— ANI (@ANI) December 2, 2020
गणतंत्र दिवस के लिए यूके के पीएम को भारत के निमंत्रण की रिपोर्टों पर ब्रिटिश उच्चायोग के प्रवक्ता ने एएनआई से बताया कि हम एक या दूसरे तरीके से पुष्टि नहीं कर सकते हैं, जहां तक संभव है पीएम बोरिस जॉनसन जल्द से जल्द भारत आने के इच्छुक हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक इससे पहले आखिरी बार 1993 में भारत के गणतंत्र दिवस परेड में ब्रिटेन के पीएम जॉन मेजर ने हिस्सा लिया था.
वहीं इससे पहले 27 नवंबर को प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि दोनों नेता इस बात पर सहमत थे कि दोनों तरफ के अधिकारी भारत-ब्रिटेन साझेदारी की महत्वाकांक्षी दीर्घकालिक कार्ययोजना को तेजी से अंतिम रूप देने के लिये अपना काम जारी रखेंगे.
मोदी ने ट्वीट किया था, ‘अगले दशक में भारत-ब्रिटेन संबंधों की महत्वाकांक्षी कार्ययोजना पर अपने दोस्त, ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के साथ शानदार चर्चा की. हमने व्यापार और निवेश, रक्षा व सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन तथा कोविड-19 से जंग समेत सभी क्षेत्रों में हमारे सहयोग को व्यापक रूप से बढ़ाने पर सहमति जताई.’
उधर लंदन में ब्रिटिश प्रधानमंत्री के आवास 10 डाउनिंग स्ट्रीट की तरफ से कहा गया था कि जॉनसन ने दोहराया कि वर्ष 2021 ब्रिटेन-भारत संबंधों के लिये महत्वपूर्ण है और उन्होंने हिंद प्रशांत क्षेत्र में ब्रिटेन की प्रतिबद्धता पर फिर जोर दिया. ब्रिटेन अगले वर्ष विमान वाहक पोत एचएमएस क्वीन एलिजाबेथ को इस क्षेत्र में पहली बार तैनात करने जा रहा है.
डाउनिंग स्ट्रीट के एक प्रवक्ता के मुताबिक, दोनों नेताओं ने ब्रिटेन और भारत द्वारा व्यापार, जलवायु परिवर्तन, रक्षा, सुरक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में मिलकर किये जा रहे कामों पर चर्चा की थी और जॉनसन ने कहा था कि 2021 ब्रिटेन-भारत रिश्तों को और गहरा व मजबूत बनाने का वर्ष है.
प्रवक्ता ने कहा था, ‘प्रधानमंत्री (जॉनसन) और प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोनावायरस के उपचार और टीके की तलाश के संयुक्त प्रयासों पर चर्चा की और दोनों देशों के प्रमुख वैज्ञानिकों के बीच सहयोग का स्वागत किया…’