लखनऊ: लखनऊ विश्वविद्यालय के शताब्दी समारोह को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग से संबोधित करते हुए एक बार फिर पिछली सरकारों पर तंज कसा है. गवर्नेंस पर छात्रों को उदाहरण देते हुए पीएम मोदी ने रायबरेली रेल कोच फैक्ट्री का जिक्र किया और कहा कि इस सरकार ने इच्छाशक्ति व नीयत के कारण जल्द ही ये फैक्ट्री दुनिया की सबसे बड़ी रेल कोच फैक्ट्रियों में शामिल होगी.
पीएम मोदी ने अपने भाषण के दौरान कहा-‘रायबरेली की रेल कोच फैक्टरी में वर्षों पहले निवेश हुआ, मशीनें लगीं, बड़ी-बड़ी घोषणाएं हुई, लेकिन कई साल तक वहां सिर्फ डेंटिंग-पेंटिंग का ही काम होता रहा.’
पीएम ने कहा, ‘2014 में हमारी सरकार बनने के बाद हमने सोच बदली, तौर तरीका बदला. परिणाम ये हुआ कि कुछ महीने में ही यहां से पहला कोच तैयार हुआ और आज यहां हर साल सैकड़ों कोच तैयार हो रहे हैं. सामर्थ्य के सही इस्तेमाल का ये एक उदाहरण है. इसके लिए नीयत और इच्छा शक्ति चाहिए होती हैं.’ पीएम मोदी ने इस बात से यूपीए सरकार पर तंज कसा जिसके कार्यकाल में रेलकोच फैक्ट्री की शुरुआत हुई थी.
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खादी कैसे बना ब्रांड
अपने भाषण में मोदी ने छात्रों को खादी के प्रमोशन के लिए प्रेरित किया. उन्होंने कहा- ‘खादी पर हम गर्व करते हैं. मैंने गुजरात में मुख्यमंत्री रहते हुए खादी का खूब प्रचार-प्रसार किया. कुछ लोग निराशावादी बातें करते थे लेकिन मैं सकारात्मक बातों के साथ आगे बढ़ा.’
मोदी के मुताबिक, आज खादी स्टोर से एक दिन में 1-1 करोड़ रुपये की बिक्री होती है, तो मुझे पहले के दिन याद आते हैं. साल 2014 के पहले 20 वर्षों में जितने रुपयों की खादी की बिक्री हुई थी. उससे ज्यादा की बिक्री पिछले 6 वर्षों में हुई है.
इसके अलावा पीएम ने यूरिया उत्पादन को लेकर भी अपनी बात रखी. उन्होंने कहा- ‘एक जमाने मे देश मे यूरिया उत्पादन के बहुत से कारखाने थे, लेकिन बावजूद इसके काफी यूरिया भारत बाहर से इंपोर्ट करता था.’
पीएम ने बोले, ‘इसकी बड़ी वजह है कि जो देश के खाद कारखाने थे वो अपनी पूरी क्षमता से कार्य ही नहीं करते थे. हमने सरकार में आने के बाद एक के बाद एक नीतिगत निर्णय लिए. इसी का नतीजा है कि आज देश में यूरिया कारखाने पूरी क्षमता से काम कर रहे हैं.’
कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने लखनऊ यूनिवर्सिटी पर आधारित शताब्दी डाक टिकट, विश्वविद्यालय के विशेष कवर और सौ रुपये के विशेष शताब्दी सिक्के का उद्घाटन किया और कहा कि यह संख्या नहीं है, बल्कि यह कई उपलब्धियां हैं.
उन्होंने गेट नंबर 1 पर पीपल के पेड़ के बारे में उल्लेख किया है, जिसकी स्थापना के बाद से इस विश्वविद्यालय की वृद्धि देखी गई थी. इस विश्वविद्यालय ने विभिन्न क्षेत्रों जैसे राजनीति, न्यायपालिका, खेल, सिनेमा आदि में कई दिग्गज दिए थे.
इस दौरान पीएम मोदी ने छात्रों को नई शिक्षा नीति को लेकर भी गहन चर्चा करने की अपील की. इस कार्यक्रम को सीएम योगी, गवर्नर आनंदी बेन पटेल, डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा. यूनिवर्सिटी के वीसी आलोक राय समेत तमाम छात्रों ने वर्चुअली अटैंड किया.
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