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Wednesday, 20 November, 2024
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फ्रांस की मांग मलेशिया के पूर्व PM महातिर मोहम्मद का अकाउंट सस्पेंड किया जाए, नहीं तो ट्विटर होगा ‘हत्या’ का भागी

महातिर मोहम्मद ने फ्रांस के राष्ट्रपति के इस्लाम पर दिए बयान पर सिलसिलेवार ट्वीट कर उसकी भर्त्सना की थी साथ ही धर्म की रक्षा की बात कही.

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नई दिल्ली : फ्रांस ने ट्विटर से मलेशिया के पूर्व प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद के ट्वीट पर कार्यवाई की मांग की है. फ्रांस के डिजिटल और टेलीकम्युनिकेशन मंत्री सेड्रिक ओ ने कहा कि उन्होंने कल रात फ्रांस में ट्विटर के मेनेजिंग डायरेक्टर से महातिर मोहम्मद के अकाउंट को सस्पेंड करने की मांग की. अगर ट्विटर ने ऐसा नहीं किया तो उसे भी हत्या के आह्वान का साथी माना जाएगा.

महातिर मोहम्मद ने फ्रांस के राष्ट्रपति के इस्लाम पर दिए बयान पर सिलसिलेवार ट्वीट कर उसकी भर्त्सना की थी साथ ही धर्म की रक्षा की बात कही. उनका कहना था कि फ्रांस के इतिहास में लाखों मुसलमानों की हत्या की गई थी पर मुसलमानों ने आंख के बदले आंख का कानून नहीं अपनाया, क्योंकि आपने मुसलमानों और उनके धर्म को एक आदमी के गुस्से में की गई हत्या का जिम्मेदार बताया है. मुसलमानों को अधिकार है कि वो फ्रांसीसी लोगों को सज़ा दें. खाली फ्रांस के सामान के बॉयकॉट से बात नहीं बनेगी.

आपको याद होगा कि हाल में पैरिस में एक टीचर सेमुअल पैटी का सर कलम कर दिया गया था. ऐसा करने वाला एक चेचन मूल का 18 साल का युवा अब्दुल्ला एंजोरोव चथा जो कि इस टीचर के पैगम्बर का कार्टून दिखाने से आहत था. पुलिस ने हमले के बाद उसको मार गिराया था और उसके बाद पुलिस ने कई जगह छापेमारी भी की. गुरुवार को दक्षिणी फ्रांस के नीस शहर में भी एक चर्च में तीन लोगों की हत्या कर दी गई थी.


यह भी पढ़ें : चर्च के बाहर फ्रांस के नीस शहर में तीन लोगों की चाकू मारकर हत्या, मेयर ने कहा- यह आतंकवादी घटना है


फ्रांस के राष्ट्रपति इमेनुअल मैक्रों ने इन आतंकी घटनाओं पर जीरो टोलरेंस की बात कही थी. फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ने दुनिया भर में इस्लाम को संकट में बताया था इसके बाद तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन ने मैक्रों के मानसिक स्वास्थ्य पर सवाल उठाया था. इस घटना के बाद से कई देशों के मुसलमान फ्रांस का बहिष्कार करने की मांग कर रहे हैं. सोशल मीडिया पर मिस्र, अल्जीरिया, जॉर्डन, सऊदी अरब, यूके, कुवैत, कतर, फिलिस्तीन और तुर्की सहित तमाम देशों में मैक्रोन की आलोचना की है.

वहीं, भारत ने भी इस मामले के निंदा की थी. मोदी ने ट्वीट कर कहा था कि फ्रांस के गिरिजाघर में हुए हमले सहित हाल के दिनों में वहां हुई आतंकवादी घटनाओं की मैं कड़े शब्दों में निंदा करता हूं.’ उन्होंने कहा था कि पीड़ित परिवारों और फ्रांस की जनता के प्रति हमारी गहरी संवेदनाएं हैं. आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत फ्रांस के साथ खड़ा है.’

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1 टिप्पणी

  1. Bharat ko bhi sabhi aakankiyo our dharm our desh k khelaf bolne walo par franc ki Tarah karayawahi karni chaheye

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