टोक्यो क्वाड बैठक का संदेश साफ है चार देशों, खासकर भारत का यह मानना है कि यह गुटबंदी इतनी ज्यादा अहम है कि महामारी के बावजूद आपस में मिलना चाहिए. इस फोरम में केवल चीन को कोई संदेश देने से कहीं ज्यादा संभावनाएं हैं. ऐसे में भारत को न तो पहले की तरह अपने कदम पीछे खींचने चाहिए और न ही इसे मात्र एक हथकंडा मानना चाहिए.