हाथरस ‘गैंगरेप’ और हत्या के मामले को ठीक से न संभाल पाने और चौतरफा झटके के बाद, यूपी पुलिस प्रदर्शनकारियों पर राजद्रोह का आरोप लगाकर ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है और जाति-आधारित संघर्ष को हवा देने में लगी है. बजाय इसके, उसे ऐसे भयावह अपराधों को रोकने और जवाबदेही पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए.