कोविड के समय में संसद सत्र आयोजित करना सराहनीय है, लेकिन 24 सांसदों का पॉजिटिव आना चौंकाने वाला है. हालांकि यह भी बताता है कि पब्लिक फिगर किस कदर अतिसंवेदनशील हैं और यह इस बात की भी याद दिलाता है कि संकट गंभीर है., सांसदों को इस सत्र का उपयोग चर्चा, समीक्षा और महामारी के खिलाफ भारत की लड़ाई को रीसेट करने के लिए करना चाहिए.