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Friday, 22 November, 2024
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छात्रों में सोशल मीडिया पर रोष, पीएम मोदी की ‘मन की बात’ को कर रहे हैं डिसलाइक

जेईई-नीट की परीक्षाएं 1 सितंबर से शुरू हो रही हैं. इंजीनियरिंग में दाख़िले के लिए होने वाली जेईई (मेन) अप्रैल की परीक्षाएं 1-6 सितंबर और मेडिकल में प्रवेश के लिए होने वाली नीट यूजी 2020 की परीक्षा 13 सितंबर को होनी है.

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नई दिल्ली: विभिन्न यूट्यूब चैनलों से रविवार को पोस्ट किए गए पीएम नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम ‘मन की बात’ को भारी संख्या में डिसलाइक मिला है. प्राइम मिनिस्टर्स ऑफ़़िस (पीएमओ), प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो (पीआईबी) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) जैसे तमाम यूट्यूब चैनलों पर पोस्ट इस वीडियो को लाइक से ज़्यादा डिसलाइक मिले हैं.

इसके अलावा ‘स्टूडेंट्स डिसलाइक पीएम मोदी’, ‘मन की नहीं स्टूडेंट्स की बात’ और ‘ट्विटर एड डिसलाइक ऑप्शन’ जैसे ट्रेंड्स में भी छात्रों का गुस्सा साफ़ नज़र आया.

कमेंट सेक्सन में जाने पर ऐसा लगता है कि ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन (जेईई) और नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (नीट) समेत अन्य परीक्षाओं के स्थगित नहीं होने से नाराज़ छात्रों ने वीडियो को भारी संख्या में डिसलाइक किया है.

काफ़ी कमेंट्स ऐसे भी हैं जो एसएससी के नतीजों में देरी से लेकर अन्य तक की परीक्षाओं और नौकरी की मांग को लेकर रोष जातते नज़र आते हैं. मयंक सक्सेना नाम के एक यूज़र ने भाजपा के यूट्यूब अकाउंट से पोस्ट किए गए इस वीडियो में लिखा है, ‘जब लाख़ों छात्रों का जीवन ख़तरे में हैं तो इसके बारे में बात करने के बजाए (पीएम) मोदी खिलौनों और कुत्तों के ब्रीड की बात कर रहे हैं.’

इन चैनलों में सबसे ज़्यादा यानी 3.3 मिलियन सब्सक्राइबर वाले ‘भाजपा’ के चैनल से पोस्ट किए गए इस वीडियो को सबसे ज़्यादा डिसलाइक मिले हैं. इसे लिखे जाने तक ‘पीएमओ’ चैनल पर वीडियो को 26,000 लाइक्स और 47,000 डिसलाइक्स मिले हैं. ‘पीआईबी’ पर इसे 3600 लाइक्स और 9400 डिसलाइक्स मिले हैं. वहीं, भाजपा पर इसे 36,000 लाइक्स और 308000 डिसलाइक्स मिले हैं.

भाजपा के ही अकाउंट से पोस्ट किए गए वीडियो पर कमेंट करते हुए अशोक एस नाम के एक यूज़र ने लिखा है, ‘नीट के मामले में ऐसे अमीर लोग जिनके पास कार है और होटल अफ़ोर्ड कर सकते हैं, सिर्फ़ वही परीक्षा दे सकते हैं. गरीब के बच्चों का क्या, क्या उन्हें मेडिकल सीट का सपना नहीं देखना चाहिए?’

ऐसा लगता है कि छात्रों में अंंतिम वर्ष की परीक्षा को लेकर भी रोष है. इसी सिलसिले में मौसमी मंडल नाम की एक यूज़र ने पीआईबी के अकाउंट से अपलोड किए गए इस वीडियो पर लिखा है, ‘इस समय क्या बात अहम है, इलेक्शन की रैली या छात्रों को न्याय? प्लीज़ डिसाइड कीजिए और बक्श दीजिए अंतिम वर्ष के छात्रों को.’


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सुप्रीम कोर्ट ने शनिवार को यूनिवर्सिटी ग्रांट कमिशन (यूजीसी) की गाइडलाइन्स का पालन करने का आदेश दिया. गाइडलाइन के मुताबिक अंतिम वर्ष के छात्रों को बिना परीक्षा के पास नहीं किया जा सकता. दिल्ली और महाराष्ट्र समेत गैर भाजपा राज्यों की सरकारों ने अंतिम वर्ष की परीक्षा के बगैर बच्चों को पास करने का निर्णय लिया था. लेकिन अब इन्हें परीक्षाएं करानी पड़ेंगी.

यूट्यूब के कमेंट सेक्शन में नौकरी संबंधित परीक्षाओं के नतीजों को लेकर भी छात्रों ने सवाल उठाए हैं. अकांक्षा कौशल नाम के एक यूज़र ने पीआईबी के अकाउंट से अपलोड किए गए इस वीडियो पर लिखा है, ‘एसएससी का रिज़ल्ट नहीं आया, रेलवे वालों को नियुक्ति नहीं मिली, एनटीपीसी और ग्रुप डी परीक्षा की तारीख़ नहीं आयी. छात्रों की कई समस्याएं हैं, मगर इनके मन की बात के लिए सरकार ने कोई प्लेटफ़ॉर्म नहीं बनाया. ऐसा कब तक चलेगा?’

पीएमओ यूट्यूब चैनल पर कमेंट का सेक्शन डिज़ेबल है यानी वहां कमेंट नहीं किया सकता. वहीं, ट्विटर ट्रेंड्स में कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई, लेफ़्ट छात्र संगठन के आम छात्रों ने ट्वीट कर परीक्षाओं के मामले में अपनी राय ज़ाहिर की. एसा ही एक ट्वीट एनएसयूआई के सोशल मीडिया के नेशनल वाइस चेयरमैम हर्ष बिसारिया ने किया.

#StudentsDislikePMModi ट्रेंड में हर्ष ने लिखा, ‘कोरोना महामारी की परिस्थिति सबकी जान ख़तरे में डालने के बजाए छात्रों और शिक्षकों को सुनना पीएम मोदी का कर्तव्य है.’

ऐसे ही ट्वीट्स mann_ki_nahin_students_ki_baat ट्रेंड में भी देखने को मिले. इस हैशटैग के साथ प्रदीप कुमार नाम के एक यूज़र ने लिखा, ‘सन् 2017 से एसएससी की सीबीआई जांच का कुछ पता नहीं लेकिन आज टीवी पर दिन रात हमारी गोदी मीडिया सिर्फ सुशांत सिंह सुशांत सिंह रिया चक्रवर्ती रिया चक्रवर्ती यही दिखा रही है.

#TwitterAddDislikeOption ट्रेंड में ‘मन की बात’ की वीडियो का स्क्रीनशॉट लगाकर काफ़ी लोगों ने ट्वीटर से डिसलाइक बटन देने की भी मांग की. #StudentsDislikePMModi के समर्थन में जेएनयू की प्रेसिडेंट इलेक्ट आयशी घोष ने ट्वीट कर लिखा, ‘छात्र जो मांग कर रहे हैं वो नाजायज़ नहीं है.’

पीएमओ के चैलन पर 2014-2019 के बीच की ‘मन की बात’ की एक प्लेलिस्ट बनी है. इस प्लेलिस्ट की लगभग दर्जन भर वीडियो को चेक करने पर पता चला कि इनपर डिसलाइक की तुलना में लाइक्स ज़्यादा हैं. भाजपा के चैनल पर भी पिछले वीडियो चेक करने पर यही बात सामने आई. हालांकि, पीआईबी ने मन की बात से जुड़ी कोई प्लेलिस्ट नहीं बनाई है. पहले दो चैनलों की पड़ताल से साफ़ है कि ‘मन की बात’ की किसी वीडियो पर ये पहली बार हो रहा है.

मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता विजय सोनकर शास्त्री ने दिप्रिंट से कहा, ‘पूरा देश जानता है कि पीएम नरेंद्र मोदी छात्रों के लिए कितने प्रिय हैं. यूट्यूब पर जो डिसलाइक दिखाई दे रहा है वो कांग्रेस का किया धरा है.’

ऐसा नहीं है कि परीक्षा का विरोध सिर्फ़ लेफ़्ट या कांग्रेस के छात्रों ने किया है. आरएसएस के छात्रसंघ एबीवीपी के दिल्ली के लिए मीडिया प्रमुख आशुतोष सिंह ने 21 अगस्त के अपने एक ट्वीट में लिखा, ‘#COVID19 के नए मामले थम नहीं रहे, लोगों के पास पब्लिक ट्रांसपोर्ट की सुविधा नहीं है ऐसे में आने वाले दिनों में प्रवेश परीक्षाएं छात्रों के स्वास्थय के साथ खिलवाड़ है. सरकार तथा जिम्मेदारों की चुप्पी छात्रों को मानसिक रूप से प्रताड़ित करने जैसा है.

आपको बता दें कि जेईई-नीट की परीक्षाएं 1 सितंबर से शुरू हो रही हैं. इंजीनियरिंग में दाख़िले के लिए होने वाली जेईई (मेन) अप्रैल की परीक्षाएं 1-6 सितंबर और मेडिकल में प्रवेश के लिए होने वाली नीट यूजी 2020 की परीक्षा 13 सितंबर को होनी है.

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