नई दिल्ली : आरबीआई गवर्नर ने भारतीय उद्योग जगत से कहा, संयोग भारतीय अर्थव्यवस्था के अनुकूल बन रहा रहा है. आरबीआई गवर्नर ने बताया कि भारत को कृषि आय में सतत् वृद्धि वाली नीतियों की जरूरत, हाल के कृषि क्षेत्र सुधारों से नये अवसर खुले हैं.
आरबीआई गवर्नर ने कहा कि भारत के लिये अमेरिका और अन्य देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौतों की बातचीत जल्द पूरा करने पर ध्यान देने की जरूरत.
भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा, विश्व बैंक की 2020 की रिपोर्ट के अनुसार, जीवीसी (ग्लोबल वैल्यू चेन) की भागीदारी में एक प्रतिशत की वृद्धि से देश की प्रति व्यक्ति आय का स्तर एक प्रतिशत से अधिक बढ़ सकता है.
According to a World Bank 2020 report, 1% increase in GVC (Global Value Chains) participation can boost per capita income levels of a country by more than 1%: Reserve Bank of India (RBI) Governor Shaktikanta Das pic.twitter.com/Q7Kgucrqz4
— ANI (@ANI) July 27, 2020
उन्होंने कहा, बुनियादी सुविधाओं के क्षेत्र में काम काज बढ़ाने से आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा मिलेगा, सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्र दोनों को इस क्षेत्र के विकास में प्रमुख भूमिका निभानी चाहिये.
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा, रिजर्व बैंक का मुद्रा की विनिमय दर के लिये कोई निर्धारित लक्ष्य नहीं लेकिन अनावश्यक घटबढ़ पर रहेगी नजर बांड बाजार में नई गतिविधियां दिखाई दी, पहली तिमाही में करीब एक लाख करोड़ रुपये के कार्पोरेट बांड जारी किये गये.
शक्तिकांत दास ने उद्योग जगत से कहा, रिजर्व बैंक पूरी तरह से सजग है, जब भी कदम उठाने की जरूरत होगी. उसमें कोताही नहीं बरती जायेगी बैंकों को सलाह दी गई है कि वह प्रतिकूल परिस्थितियों में दबाव सहने की क्षमता का परीक्षण करें और चुनौतियों का मुकाबला करने के लिये पूंजी जुटायें.
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)