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Tuesday, 19 November, 2024
होमदेशमोदी सरकार भारत के इतिहास में परिवर्तनकारी रही, कोरोना महामारी से इस बार सरकार नहीं, देश लड़ रहा: अमित शाह

मोदी सरकार भारत के इतिहास में परिवर्तनकारी रही, कोरोना महामारी से इस बार सरकार नहीं, देश लड़ रहा: अमित शाह

गृहमंत्री अमित शाह ने मोदी 2.0 के एक साल पूरा होने पर जहां अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं वहीं कोरोनावायरस, बॉर्डर की समस्या जैसे मुद्दों पर बात की.

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नई दिल्ली: गृहमंत्री अमित शाह ने मोदी 2.0 के एक साल पूरा होने पर जहां अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं वहीं कोरोनावायरस, बॉर्डर की समस्या जैसे मुद्दों पर बात की. उन्होंने शनिवार को एक चैनल पर लाइव चर्चा की.

अमित शाह ने कहा कि मोदी सरकार के पहले 5 साल और मोदी सरकार 2.0 का एक साल, भारत के इतिहास में परिवर्तनकारी रहा है.

वहीं इससे पहले शनिवार को दि टाइम्स ऑफ इंडिया में शनिवार को प्रकाशित लेख में उन्होंने कोरोनोवायरस के प्रसार के लिए चीन की आलोचना नहीं करने के लिए अब तक भारत की आधिकारिक स्थिति पर, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पहली बार बीमारी से निपटने में एशिया के इस बड़े देश की भूमिका का उल्लेख किया, लेकिन बहुत विस्तार किए बिना.

गृहमंत्री अमित शाह ने 20 लाख करोड़ पैकेज के साथ मोदी सरकार के अत्मनिर्भर भारत की बात करते हुए कहा कि भारत की 130 करोड़ की जनशक्ति को भारत के अर्थतंत्र की गति और देश के विकास के साथ जोड़ने का नाम है आत्मनिर्भर भारत.

उन्होंने स्वदेशी चीजें अपनाने की बात करते हुए कहा कि देश की जनता से अपील करता हूं कि भारत में बनी चीजों का ही उपयोग हम करें और भारत के अर्थतंत्र को गति देने के लिए जो मोदी जी का प्रयास है उसके साथ हम खड़े रहें और एक आत्मनिर्भर भारत बनाएं। 130 करोड़ की आबादी हमारी की शक्ति बनें.

शाह ने कहा, ‘मैं मानता हूं कि कोरोना के पहले की दुनिया और कोरोना के बाद की दुनिया जो बनने वाली है इसमें आत्मनिर्भर भारत का नारा और आत्मनिर्भर भारत का अभियान, मोदी जी ने जो चलाया है वो देश को एक नई ऊंचाइयां देने में सक्षम है और सफल भी होगी’.

लॉकडाउन की बात करते हुए उन्होंने कहा कि लोगों ने जनता कर्फ्यू, थाली बजाकर और कोरोना वॉरियर्स का सम्मान कर देश को इस महामारी के खिलाफ मजबूत किया. लोगों के सहयोग की बदौलत ही हम कोरोना के खिलाफ दूसरे देशों से बेहतर स्थिति में हैं.

शाह ने कहा कि भारत में जितनी आपदा और महामारी आई है उससे सरकारें लड़ी हैं. हर बार परिवर्तन सरकारें लाती थीं, लेकिन इस बार पूरा देश लड़ रहा है.

उन्होंने अनलॉक-1 से लॉकडाउन 5.0 की बात करते हुए कहा कि संयम के साथ तमाम गतिविधियों को शुरू किया जाएगा. जहां कंटेनमेंट जोन होंगे वहां सख्ती लागू रहेगी, लेकिन जहां परिस्थितियां बेहतर है वहां जन-जीवन सामान्य होगा

उन्होंने आंकड़ों के साथ लॉकडाउन की सफलता बताते हुए कहा कि भारत में कोरोना में मृत्यु दर 2.9% है और विश्व में मृत्यु दर 6.18% है. भारत में प्रति लाख मृत्यु दर .3 है और वैश्विक औसत 4.7 है, अमेरिका की ये दर 31.6, जर्मनी की 10.6 है. ये आंकड़े बताते हैं कि इस लड़ाई को हम अच्छे से लड़े हैं.

श्रमिकों की बात करते हुए गृहमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन के एक महीने तक सभी श्रमिक मजदूरों को, हमारा प्रयास था कि उनको कोरोना न हो, जब वो जाएं तो वहां व्यवस्था बनी हो, सभी व्यवस्थओं के लिए हमने 11 हजार करोड़ रुपये पहले से ही हमने भेजा. 54 लाख श्रमिक 3,985 ट्रेन से अपने घर पहुंचे हैं. 41 लाख श्रमिक बसों से अपने घर पहुंच चुके हैं. कुल मिलाकर 1 करोड़ श्रमिक आज तक अपने घर पहुंच चुके हैं.

उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने यह अफवाह उड़ाई की मजदूरों से पैसे लिए गए, लेकिन यह सच नहीं है. प्रवासी मजदूरों का 85% किराया रेलवे ने खुद दिया है जबकि 15% खर्च राज्य सरकारों ने उठाया है. प्रवासी मजदूरों से कोई पैसा नहीं लिया गया है बल्कि घर पहुंचने पर उन्हें आर्थिक मदद दी गई है.

रेलवे ने लगभग डेढ़ करोड़ लोगों को खाना खिलाया है. लगभग सवा 2 करोड़ पानी की बोतल बांटी गई हैं. राज्यों ने क्वारंटाइन सेंटर बनाएं हैं. एक बहुत बड़ी व्यवस्था बनाये रखने के लिए, बहुत बड़ा प्रयास हुआ है.

उन्होंने इस लड़ाई में सभी राज्यों की तारीफ करते हुए कहा कि हर राज्य ने, हर राज्य के प्रशासन ने, हर राज्य के नेतृत्व ने कोरोना के खिलाफ केंद्र सरकार का साथ दिया है और हम अच्छी लड़ाई लड़ रहे हैं.

शाह ने देश के कुछ मुद्दों की बात करते हुए कहा कि  जब से देश आजाद हुआ तबसे कई मुद्दे चलते आ रहे हैं. शरणार्थी विभाजन के समय आए हैं. 370 को टेम्परेरी करके हमारी संविधान सभा ने ही रखा था. राम जन्म भूमि का केस देश का सबसे पुराना केस था. और 35A भी 370 के साथ जाना ही जाना था.

उन्होंने कहा चीन समेत सीमा विवाद पर बात करते हुए कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार भारत की सीमाओं की सुरक्षा के लिए और भारत के सार्वभूमत्व के लिए कटिबद्ध है, इसकी कुछ भी हानि हम नहीं होने देंगे.

देश का हर नागरिक मानता है कि पीओके (Pok) पर भारत का अधिकार है, मैं भी यही मानता हूं.

चुनावी जीत की बात करते हुए उन्होंने कहा कि जहां तक बिहार और बंगाल का सवाल है तो बिहार में हम बहुत अच्छी स्थिति में हैं और बंगाल में हम सुनिश्चित रूप से पूर्ण बहुमत के साथ जीतने जा रहे हैं.

(दिप्रिंट के शंकर अर्निमेष के इनपुट्स के साथ)

 

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